गुरु गोविंद सिंह जी लंगर आयोजन समिति ने अमेठी में यात्रियों को बाँटें भोजन के पैकेट

रिपोर्ट:- लोकेश त्रिपाठी/अमेठी

कहते हैं भूखे को भोजन और प्यासे को पानी पिलाने से बड़ा कोई पुणे का कार्य अथवा धर्म नहीं है इसी जनसेवा के उद्देश्य को लेकर आए पंजाब प्रांत के मोगा जिला अंतर्गत चुका खुर्द गांव के निवासी 70 वर्षीय मनोहर सिंह जो छह देशों की यात्राएं भी कर चुके हैं । अपने जीवन के उम्र के इस पड़ाव पर भी  जबरदस्त  मेहनत कर भूखे लोगों के भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं। पिछली 20 दिसंबर से लगातार हजारों लोगों के भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं । यह व्यवस्था पिछले 3 सालों से अनवरत अमेठी में की जा रही है।

लंगर का आयोजन

इस वर्ष यह 20 दिसंबर 2019 से लेकर 10 फरवरी 2020 तक अर्थात 52 दिनों  तक चलने वाला कार्यक्रम है। जिसमें अमेठी कस्बे के चाणक्यपुरी मोहल्ले में स्थित श्री गुरु गोविंद सिंह जी लंगर आयोजन समिति अमेठी जनपद अमेठी के द्वारा लंगर का आयोजन किया जा रहा है । इसमें प्रतिदिन हजारों लोगों के लिए भोजन बनता है और यह भोजन अमेठी रेलवे स्टेशन पर यहां से होकर पटना साहिब जाने वाली जितनी भी ट्रेनें हैं ।

यात्रियों को वितरित किया भोजन-

उनके यात्रियों को यह भोजन वितरित किया जाता है । इसी के साथ छोटे बच्चों के लिए दूध की भी व्यवस्था होती है और सभी को जिनको भी आवश्यकता होती है सभी को दूध भी प्रदान किया जाता है। इस कार्यक्रम में लगे लोग सुबह से ही जुटकर भोजन बनाते हैं । उसके बाद उसकी पैकिंग करते हैं तत्पश्चात उसको लेकर रेलवे स्टेशन अमेठी पहुंचते हैं । जहां पर आने वाली ट्रेन ने समय-समय पर जो ट्रेन पटना साहिब होकर गुजरने वाली ट्रेनें हैं। उनके यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराते हैं ।

इसके मुख्य आयोजक पंजाब प्रदेश के मोगा जनपद निवासी मनोहर सिंह से जब हमारे लाइव टुडे संवाददाता लोकेश त्रिपाठी ने खास बातचीत की तो उन्होंने बताया कि – जितनी भी लंबी दूरी की ट्रेनें हैं। जो चाहे वह पंजाब मेल हो अथवा नीलांचल एक्सप्रेस हो या फिर अर्चना एक्सप्रेस यह ट्रेन ने 1 दिन पहले से चलती है। उस पर रहने वाले यात्री अगले दिन दोपहर को यहां पहुंचते हैं । उनको हम लोग यहां पर चपाती, सब्जी, दूध, हलवा, इत्यादि उपलब्ध कराते हैं । हम लोग दोपहर का भोजन उनको देते हैं ।

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अगले दिन भोजन के समय वह पटना साहिब पहुंच जाते हैं । इसमें सबसे बड़ी बात तो यह है कि यह किसी रजिस्टर्ड व्यक्ति अथवा कोच के लिए नहीं है । यह एक सबसे पहले सामान्य कोच के यात्रियों के लिए उसके बाद स्लीपर क्लास के यात्रियों के लिए यह सुविधा मुहैया कराई जाती है । आयोजक मनोहर सिंह का कहना है कि दूर से चलने के बाद पटना साहिब तक पहुंचने वाली ट्रेन के बीच रास्ते में कहीं भी चपाती का कोई प्रबंध नहीं होता है । जबकि रास्ते में पकौड़ा, समोसा पूड़ी, सब्जी, इत्यादि मिलती है ।

लेकिन यहां पर हम चपाती, सब्जी, दाल, चावल, हलवा इत्यादि उपलब्ध कराते हैं । सिक्खों के गुरु का कहना है कि भूखे को लंगर देना चाहिए और वह भी बिना भेदभाव के अमीर गरीब कोई भी हो जो भूखा है उसको लंगर देना हमारा फर्ज है । अमेठी हम पहले से आते-जाते थे हमारा आना जाना होता था और सबसे बड़ी बात तो यह है कि अमेठी रेलवे स्टेशन पंजाब और पटना साहब के बीच में पड़ता है । इसीलिए हम लोगों ने अमेठी को ही चुना है और यह इसे लंगर का आयोजन प्रतिवर्ष करते हैं । अभी 2 जनवरी 2020 को श्री गोविंद गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर श्री सुखमणि साहिब जी के वाणी के पाठ का भी आयोजन किया जाएगा।

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