इस साल 14 मार्च से लग रहा है खरमास, गर्भवती महिलाओं को रखना होगा अपना और भी ध्यान

14 मार्च से होलाष्टक प्रारंभ हो रहे हैं और 21 मार्च तक चलेंगे। होलाष्टकों में किसी भी प्रकार का मांगलिक कार्य करना निषेध है। वहीं गर्भवती महिलाओं को इस बात का खास ध्यान रखना होगा।

गर्भवती

ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश सेमवाल ने नक्षण गणना के आधार पर बताया कि होली का त्योहार इस बार 21 मार्च को मनाया जाएगा। 20 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा।

पंडित रमेश सेमवाल ने बताया कि होली से 8 दिन पहले होलाष्टक लग जाते हैं और फाल्गुन शुक्ल पक्ष की अष्टमी से पूर्णिमा तक रहते हैं। होलाष्टक 14 मार्च से लगेंगे और 21 मार्च तक रहेंगे।

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हिंदू धर्म शास्त्रों में होलाष्टक के दौरान कोई भी शुभ काम शुरु करना निषेध है। होलाष्टक को अशुभ माना गया है। उन्होंने बताया कि संक्रांति भी 14 मार्च को होगी, लेकिन पुण्यकाल 15 मार्च से माना जाएगा। इसलिए इस दिन से खरमास की भी शुरुआत हो जाएगी।

जिस प्रकार सूर्य और चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर निकलने की मनाही रहती है। उसी तरह होलाष्टक के दौरान भी गर्भवती स्त्रियों को नदी-नाले पार करने की मनाही रहती है।

पंडित सेमवाल ने बताया कि होलाष्टक समाप्त होने के बाद भी भद्रा की छाया बनी रहेगी। साथ ही चैत्र कृष्ण पक्ष भी प्रारंभ हो जाएगा। विवाहों के शुभ मुहूर्त पर विराम लगा रहेगा।

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