क्या रहस्य है इस पत्थर में जो 17 हाथी भी मिलकर नहीं कर पाए एक जगह से टस से मस

आज के समय में दुनिया में ऐसी कई चीजें मौजूद हैं, जिनके रहस्य को आज तक कोई भी नहीं जान पाया है और एक ऐसा ही रहस्य है तमिलनाडु के शहर महाबलिपुरम में मौजूद अति प्राचीन पत्थर का, जो किसी आश्चर्य से कतई भी कम नहीं है. इसे लेकर इस तरह की मान्यता है कि यह पत्थर करीब 1200 साल पुराना है.

महाबलीपुरम

बताया जाता है कि यह रहस्यमयी पत्थर करीब 20 फीट ऊंचा है और करीब 15 फीट इसकी चौड़ाई है. वहीं यह पत्थर एक ढलान पर आश्चर्यजनक रूप से टिका है, जो न तो कभी हिलता है और ना ही कभी लुढ़क पाता है. महाबलिपुरम आने वाले लोग 250 टन वजनी इस पत्थर को देखकर हैरान भी रह जाते हैं कि आखिर यह किस तरह का चमत्कार है. जबकि कुछ लोग इस पत्थर को श्रीकृष्ण के माखन की गेंद कहकर भी पुकारते हैं.

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साथ ही इस पत्थर को लेकर ऐसी मान्यता भी है कि श्रीकृष्ण द्वारा बाल्यावस्था में इस जगह पर थोड़ा सा माखन गिरा दिया गया था, जो अब एक विशाल पत्थर के रूप में तब्दील हो गया है. ”इस पत्थर को पहली बार साल 1908 में खोजा था और कहते हैं कि एक बार इस पत्थर को नीचे लाने के लिए सात हाथियों द्वारा बांधकर खिंचवाया गया था, हालांकि यह पत्थर अपनी जगह से हिला तक भी नहीं. यह पत्थर आज भी सभी के लिए रहस्य बना हुआ है.

 

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