कौन है प्रीतम मुंडे? जिन्होंने मोदी का भी वोट रिकॉर्ड तोड़ा दिया था …

प्रीतम मुंडे. राजनेता हैं. बीजेपी की नेता हैं. इस वक्त सांसद भी हैं. महाराष्ट्र के बीड को लोकसभा में रिप्रेजेंट करती हैं. बीजेपी ने एक बार फिर इन पर भरोसा जताया है, यानी एक बार फिर इन्हें बीड लोकसभा सीट पर टिकट दिया है. प्रीतम अभी 36 साल की हैं. युवा नेता कहलाती हैं.

बीड लोकसभा सीट पर 18 अप्रैल के दिन चुनाव होंगे. निर्दलीय उम्मीदवार वगैरह सबको मिलाकर बीड में कुल 36 उम्मीदवार चुनाव में उतरे हैं.

राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने बजरंग मनोहर सोनवणे को टिकट दिया है, वंचित बहुजन आघाडी ने विष्णु जाधव को और समाजवादी पार्टी ने सैयद मुजम्मिल सैयद जमील को. मुकाबला प्रीतम और बजरंग के बीच माना जा रहा है.

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प्रीतम मुंडे के नाम एक बहुत ही स्पेशल रिकॉर्ड दर्ज है. भारत के चुनावी इतिहास में सबसे ज्यादा मार्जिन से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड. इन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पछाड़ा है.

कैसे टूटा नरेंद्र मोदी का रिकॉर्ड?-

साल 2014 में लोकसभा चुनाव हुए थे. बीड से बीजेपी ने गोपीनाथ मुंडे को टिकट दिया था. इसके पहले भी दिया था साल 2009 में. गोपीनाथ ने तब भी चुनाव जीता था. और 2014 में भी यही जीते थे. 1.36 वोटों से. मई 2014 में केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी थी. गोपीनाथ को ग्रामीण विकास मंत्रालय सौंपा गया था. 3 जून 2014 के दिन गोपीनाथ दिल्ली में ही थे.

वो सुबह-सुबह अपनी कार से कहीं जा रहे थे. एक कैब से उनकी कार की जबरदस्त टक्कर हो गई. गोपीनाथ को तुरंत एम्स ले जाया गया. तब उनकी सांसें नहीं चल रही थीं. बाद में पता चला कि एक्सीडेंट के वक्त गोपीनाथ को शॉक लगा और कार्डियक अरेस्ट आया था. जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई.

प्रीतम गोपीनाथ की ही बेटी हैं. गोपीनाथ की मौत के बाद बीड सीट पर उपचुनाव हुए. बीजेपी ने प्रीतम को टिकट दिया. प्रीतम की जबरदस्त जीत हुई. वो साढ़े छह लाख वोटों के मार्जिन से जीतीं.

वहीं अगर पीएम मोदी की बात करें तो वडोदरा सीट से वो साढ़े पांच लाख वोटों के अंतर से, और बनारस से साढ़े तीन लाख वोटों के अंतर से जीते थे. बीड की जनता ने गोपीनाथ की बेटी को अपने नेता के तौर पर एक्सेप्ट किया. बीजेपी ने फिर दोबारा प्रीतम पर ही भरोसा जताया है.

एक खास बात-

वैसे तो चुनाव में प्रीतम और बजरंग आमने-सामने हैं. लेकिन ज़मीनी स्तर पर पंकजा मुंडे और धनंजय मुंडे के बीच मुकाबला है. पंकजा, प्रीतम की बड़ी बहन हैं. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं. और बीड की गार्जियन मंत्री भी हैं. महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के सभी 36 जिलों के लिए एक-एक गार्जियन मंत्री अपॉइंट किया था.

पंकजा को बीड सौंपा था. वहीं धनंजय मुंडे, महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता हैं. एनसीपी के युवा नेता हैं. साथ ही पंकजा के चाचा के बेटे हैं. यानी उनके कज़िन ब्रदर हैं. पंकजा और धनंजय, दोनों ही एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाज़ी करते रहते हैं.

बीड ने पिछले दो लोकसभा चुनाव में बीजेपी के ही उम्मीदवार को चुना था. उससे पहले भी दो बार बीजेपी का उम्मीदवार जीता था. इसलिए ये सीट बीजेपी के लिए काफी अहम है. एक तरह से पार्टी का गढ़ है.

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