कुशीनगर में ओसी बिल घोटाले की जाँच में आई तेजी, दर्ज कराये गए कलेक्ट्रेट कर्मचारियों के बयान

Report:- Pradeep Yadav/Kushinagar

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में ओसी बिल की घोटाले की जाँच चल रहीं हैं, यह घोटाला अगस्त 2018 में ही उजागर हुआ था.सीडीओ आनन्द कुमार ने बताया कि जल्द ही जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी जायेगी।

कुशीनगर आपदा विभाग में लगभग 01 वर्ष पूर्व प्रकाश आये ओसी बिल घोटाले की जांच चल रहीं हैं जाँच होने के बाद घोटाले की रकम 02 करोड़ से ऊपर पार कर चुकी हैं।

जिलाधिकारी के निर्देश पर आरोपी माने जाने वाले कलेक्ट्रेट कर्मचारियों का ब्यान दर्ज किया मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार ने।

OC बिल घोटाले की जांच

वर्ष 2018 में कलेक्ट्रेट के आपदा विभाग में किसानों को दिए जाने वाला राहत राशि से जुड़े ओसी बिल घोटाले का मामला सामनें आया है था।जिला मुख्यालय पड़रौना स्थित भारतीय स्टेट बैंक द्वारा राहत राशि की गड़बड़ी से जुड़े एक चेक का मामला पकड़ में आया हैं। इसके बाद 31 अगस्त 2018 को तत्कालीन एडीएम कृष्णलाल तिवारी ने मीडिया के सामनें गड़बड़ी की बात स्वीकार की थीं.मामले की तभी से चल रहें पड़ताल में के क्रम में घोटाले की रकम बढ़ते-बढ़ते 02करोड़ 25 लाख से ऊपर पहुँच गई हैं।

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इतने बड़े घोटाला होने के बाद भी अभी तक जिला प्रशासन कार्यवाही के नाम पर बस अभी तक कलेक्ट्रेट के चार बाबू को बस निलंबित कर रखा हैं।

सूत्र बताते हैं कि मामले में दागी माने जा रहें कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने आपदा की राशि से जुड़े कई चेकों का भुगतान अपने परिजनों और रिस्तेदारो के 18 खातों में जमा करवाया गया हैं. बैंक कर्मियों की मिलीभगत से जांच में साफ तौर पर ये बात सामने आ चुकी हैं। लेकिन कार्रवाई के नाम पर बस जांच की ही बात कही जा रहीं हैं।

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