26 जुलाई अपने आप में ही खास पहचान रखती है। इसी दिन 1999 को हमने पाकिस्तान को उसकी हरकतों का करारा जवाब देते हुए कारगिल युद्ध में जीत हासिल की थी। जिसके बाद से ही देश पर कुर्बान होने वाले शहीदों की याद में 26 जुलाई को देश में विजय दिवस के रूप में याद किया जाता है।

कारगिल का नाम आते ही हमारे मन में वह स्मृतियां ताजा हो जाती हैं जब ऊंची पहाड़ियों पर तकरीबन 60 दिनों तक चले युद्ध के बाद भारतीय सेना के जज्बे के सामने पाकिस्तानी सैनिकों ने आखिरकार अपने घुटने टेक दिये थे। इस युद्ध के दौरान भारतीय सेना और वायुसेना ने अपने पराक्रम को दर्शाते हुए पाक चौकियों पर जमकर हमला बोला था। भारतीय सेना की ओर से पाक की हरकतों का माकूल जवाब दिये जाने के बाद जब उसे गलती का अहसास हुआ तो पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने गिड़गिड़ाना शुरु कर दिया। इसी बीच पाकिस्तान ने अमेरिका से भी मदद की गुहार लगाई। हालांकि तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने साफ तौर पर दो टूक में जवाब देते हुए कहा कि अपनी सेना को वापस बुला और उसके बाद ही बात होगी।
भारत को इस तरह अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों से मिले इस तरह के सहयोग और सेना के पराक्रम के बीच आखिरकार पाकिस्तानी सेना को पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा। बता दें कि युद्ध ऊंचाई वाले इलाके पर हुआ जिसके चलते सेना को लड़ने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके सेना की इस जीत के सभी भारतीयों को गौरवान्वित कर दिया।