कांग्रेसी नेता शीला दीक्षित का कन्नौज से था करीबी रिश्ता, यहीं से शुरू हुआ था राजनीतिक कैरियर

REPORT- DILIP VERMA/Kannauj

कांग्रेसी नेता शीला दीक्षित के निधन की खबर से कन्नौज में शोक की लहर दिखाई दी। दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित ने अपना राजनीतिक सफर इत्र और इतिहास की नगरी कहे जाने वाले कन्नौज संसदीय क्षेत्र से शुरू किया था। वहां यहां से कांग्रेस की टिकट पर सांसद चुनी गई थी। केंद्र में उन्हें संसदीय कार्य राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा गया था।

कांग्रेसी नेता शीला दीक्षित

इसके बाद उन्हें यहां अगले चुनाव में हार मिली और उन्होंने कन्नौज को छोड़कर दिल्ली में राजनीति शुरू की । उन्होंने अपने कार्यकाल में यहां कई विकास कार्य कराए। केंद्र की राजनीति के बाद वह दिल्ली प्रदेश की राजनीति पर छा गई और उन्होंने फिर कहा कि राजनैतिक रूप से पूरे दिल्ली प्रदेश को सराबोर किया.

उसी का परिणाम रहा कि वह दिल्ली प्रदेश की एक दो नहीं बल्कि 3 बार मुख्यमंत्री बनी और पूरी दिल्ली में अपनी विकास योजनाओं से कायाकल्प कर दिया। कन्नौज में अगर विकास की बात की जाय तो शीला जी ने कन्नौज से हरदोई को जोड़ने के लिए मेहंदी घाट पर पुल का निर्माण करवाया ।

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जिसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था। इत्र व्यापारियों की सुविधा के लिए कन्नौज में सुगन्ध और सुरस विकास केंद्र की स्थापना शीला दीक्षित ने की थी ।

किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए तत्कालीन केंद्रीय मंत्री शीला दीक्षित ने कन्नौज संसदीय क्षेत्र में सरकारी नलकूपों की स्थापना कराई थी। कन्नौज के विकास में शीला दीक्षित का कन्नौज के लोग बहुत ही बड़ा उत्तरदायित्व मानते हैं। उनकी शोक की खबर पर कांग्रेसी भी शोकाकुल हो गए ।

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