कबाड़ का काम करने वाले यह कांग्रेस उम्मीदवार रातों-रात बने थे करोड़पति, अब 1,743 करोड़ के मालिक

कर्नाटक के यूसुफ शरीफ उमराह डेवलपर्स के मालिक हैं और यह अपनी दौलत दिखाने के लिए काफी प्रचलित हैं। यूसुफ की फर्श से अर्श तक पहुंचने की कहानी बेहद दिलचस्प रही है।एक समय था जब यूसुफ कबाड़ी (स्क्रैप डीलर) का काम करते थे। उसके बाद कुछ ऐसा हुआ कि ये स्क्रैप डीलर अरबपति बन गया। आज शरीफ के पास दो रोल्स रॉयस हैं। उनका नाम सुर्खियों में तब आया था जब उनकी एक कार को टैक्स न भरने के कारण जब्त कर लिया गया था।

यूसुफ के पास मौजूद एक रोल्स रॉयस कार को अभिनेता अमिताभ बच्चन से खरीदा गया था। ‘गुजरी बाबू’ या ‘स्क्रैप बाबू’ के नाम से मशहूर शरीफ को कई बार धोखाधड़ी के मामलों का सामना करना पड़ा है। सोमवार को कांग्रेस ने विधान परिषद चुनावों के लिए 20 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी इसमें यूसुफ शरीफ का नाम भी शामिल है।

शरीफ के अमीर की कहानी-
कोलार गोल्ड फील्ड के एक गरीब परिवार में यूसुफ का जन्म हुआ था। 14 भाई बहनों में वो सबसे बड़े थे। पैसों की कमी के कारण वो पढ़ाई करने से वंचित रह गए और उन्होंने घर खर्च के लिए छोटी सी उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने कर्ज लेकर कबाड़ी की दुकान शुरू की थी लेकिन साल 2001 में उनकी किस्मत ने पलटी मारी और वो देखते ही देखते करोड़पति बन गए।

गाकर 7 लाख रुपये में अपने नाम कर लिया था। ये अंग्रेजों के समय के टैंक थे। इन्हीं में से एक टैंक में उन्हें 13 किलो शुद्ध सोना मिला था, जिसकी कीमत करीब 5.59 करोड़ रुपये थी। यानी कुल मिलाकर उन्हें इन मिलों से 7 लाख रुपये का निवेश करके करीब 6 करोड़ रुपये का फायदा हुआ। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कई कारखाने अपने नाम कर लिए। आज वो 1,743 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं।

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