कपिल देव से लेकर धोनी तक, ये है भारतीय कप्तानों का World Cup में रिकॉर्ड ! देखें…
भारतीय क्रिकेट टीम का इस वर्ल्ड कप में अब तक का सफर बेहद शानदार रहा है. कप्तान कोहली के नेतृत्व में अब तक भारत ने कुल नौ मैचों में से 7 में जीत दर्ज की, जबकि एक में हार मिली.
एक मैच बारिश के चलते रद्द हो गया. कोहली से पहले महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भी टीम इंडिया ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. टीम इंडिया का प्रदर्शन बहुत हद तक कप्तान के प्रदर्शन के ऊपर भी टिका होता है.
ऐसे में वर्ल्ड कप के मैचों में टीम इंडिया के कप्तानों का प्रदर्शन कैसा रहता है, ये जानने के लिए कपिल देव से लेकर कोहली तक के रिकॉर्ड पर एक नजर डालते हैं और जानते हैं कि किस कप्तान का सक्सेस रेट क्या है.
कपिल देव
साल 1983 में टीम इंडिया ने कपिल देव की कप्तानी में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार भारत के लिए वर्ल्ड कप जीता था. उस वक्त वह टीम के कप्तान थे.
वहीं साल 1987 में हुए वर्ल्ड कप भी उन्होंने कप्तान की भूमिका निभाई. उन्होंने वर्ल्ड कप के 15 मैचों में कप्तानी संभाली जिसमें से 11 मैच जीते और 4 हारे. उस समय टीम का सक्सेस रेट 73.33% था.
महेंद्र सिंह धोनी
1983 के 28 साल बाद महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम 2 अप्रैल 2011 में दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा किया था. 2011 वर्ल्ड कप का फाइनल मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया.
जहां भारतीय टीम ने श्रीलंका को हराया था. वहीं 2015 में खेले गए आईसीसी वर्ल्ड कप में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल तक पहुंची.
धोनी वर्ल्ड कप के 17 मैचों में बतौर कप्तान रहे हैं, जिसमें से 14 मैच जीते और 2 हारे. एक मैच टाई रहा था. उनकी टीम का सक्सेस रेट 85.29% है.
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मोहम्मद अजहरुद्दीन
मोहम्मद अजहरुद्दीन 1992 1996 और 1999 में हुए वर्ल्ड कप मैचों के कप्तान रहे हैं. बतौर कप्तान वर्ल्ड कप के 23 मैचों में भारत का नेतृत्व किया, जिसमें से 10 मैचों में जीत दिलाई, वहीं 12 मैच टीम हार गई. 1 मैच का कोई रिजल्ट नहीं निकला था. उनका सक्सेस रेट 45.45% है.
सौरव गांगुली
सौरव गांगुली ने 2003 में हुए ICC वर्ल्ड कप में बतौर कप्तानी संभाली थी. गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम 1983 में वर्ल्ड कप जीतने के 20 साल बाद 2003 में वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची थी.
लेकिन उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों बुरी हार का सामना करना पड़ा था. बतौर कप्तान उन्होंने 11 मैचों का नेतृत्व किया. जिसमें से 9 मैच टीम जीती और 2 मैच हारी.
उस दौरान टीम का सक्सेस रेट 81.81 प्रतिशत था. इस दिनों वह इंग्लैंड में जारी आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप-2019 में कमेंटेटर के तौर पर जुड़े हुए हैं.
राहुल द्रविड़
साल 2007 में हुए ICC वर्ल्ड कप में राहुल द्रविड़ ने कप्तान की भूमिका निभाई थी. इस साल भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था. द्रविड़ की कप्तानी में वर्ल्ड कप 2007 खेलने वेस्टइंडीज पहुंची भारतीय टीम पहले ही दौर में बाहर हो गई थी. उनकी कप्तानी में टीम ने कुल 3 मैच खेल और 1 मैच जीता और 2 में हार का मुंह देखना पड़ा. उस समय टीम का सक्सेस रेट 33.33 प्रतिशत था.
एस. वेंकटराघवन (S Venkataraghavan)
एस. वेंकटराघवन 2 वर्ल्ड कप में कप्तान की भूमिका निभाई. सबसे पहले उन्होंने साल 1975 और दूसरी बार 1979 में कप्तानी संभाली. उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने कुल 6 मैच खेले जिसमें से 1 मैच जीत ही जीत पाई थी. उस समय टीम का सक्सेस रेट 16.66 प्रतिशत था. जो अब तक का सबसे कम है.
विराट कोहली
भारतीय क्रिकेटर टीम में विराट कोहली पहली बार ICC वर्ल्ड कप में बतौर कप्तान की भूमिका निभा रहे हैं. उनकी कप्तानी में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है.
अगर इस साल भारतीय क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अपने नाम करती है तो विराट कोहली भारत को तीसरी बार वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान बन जाएंगे.
उनसे पहले ये मुकाम कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी हासिल कर चुुके हैं. बता दें, वर्ल्ड कप में अब तक टीम ने 8 मैच खेले हैं, जिसमें से 7 मैच जीते हैं और 1 हारा है. वर्तमान में टीम का सक्सेस रेट 87.50 प्रतिशत है, जो पिछले वर्ल्ड कप से सबसे ज्यादा है.