
कटनी| मध्यप्रदेश के कटनी जिले में हुए लगभग पांच सौ करोड़ रुपये के हवाला कारोबार के मास्टर माइंड सतीश सरावगी को गुरुवार को जबलपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया। कटनी के पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ला ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि धोखाधड़ी के मामले में कटनी हवाला कांड के मास्टर माइंड सरावगी की तलाश थी, उसने कई फर्मो के नाम पर बैंक खाते खुलवाए थे। उसे गुरुवार को जबलपुर के रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया, वह कहीं भागने की फिराक में था।
कटनी हवाला कांड
कटनी जिले में पिछले साल नवंबर में लगभग 500 करोड़ रुपये के हवाला कारोबार का मामला सामने आया था। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले रजनीश तिवारी के पास जब आयकर विभाग का नोटिस पहुंचा, तब उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
जांच में पता चला कि रजनीश को एसके मिनरल्स कंपनी का प्रमुख बताते हुए बैंक में उसके नाम से खाता खोला गया था। पुलिस ने इस मामले में संदीप बर्मन को गिरफ्तार किया। बर्मन ने पुलिस को बताया कि यह खाता सतीश सरावगी के कहने पर खोला गया था। संदीप सरावगी की कंपनी का कर्मचारी था।
पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई थी कि कटनी के एक बैंक में कई फर्जी फर्मो के नाम पर खाते खोलकर करोड़ों रुपये का लेन-देन किया गया। इस हवाला कांड में संदीप बर्मन व मधुसूदन मिस्त्री को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
कटनी हवाला कारोबार का पर्दाफाश तत्कालीन पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने किया था, इस काले कारोबार में राज्य सरकार के एक मंत्री सहित कई प्रभावशाली लोगों के नाम सामने आए थे। इसके बाद आनन फानन में तिवारी का तबादला छिंदवाड़ा कर दिया गया।
पुलिस अधीक्षक तिवारी के तबादले के खिलाफ स्थानीय लोगों ने कई दिनों तक प्रदर्शन भी किया था।