एम्बुलेंस नहीं तो ई-रिक्शा बना शव यात्रा का साधन, अस्पताल की चौखट पर दम तोड़ते लोग

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है जिसमें महिला के पति की कोरोनावायरस से मौत हो गई और महिला पति के शव को ई-रिक्शा से ले गई क्योंकि उसके पास एंबुलेंस के लिए पैसे नहीं थे। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। महिला के बेटे का आरोप है कि अस्पताल में उसके पिता को न ही बेड मिला और न ही उनका इलाज किया गया। उसने बताया कि एंबुलेंस चालक ने भी शव ले जाने के लिए काफी ज्यादा रुपयों की मांग की थी।

रूह झकझोर देने वाले उस वीडियो में महिला ई-रिक्शा पर पति के शव को पकड़कर बैठी हुई दिख रही है। शव को बांधा भी गया है ताकि गिरे नहीं। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और दवाइयां न मिल पाने की वजह से ज्यादातर कोरोना मरीजों की मौत हो रही है। इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।मरीजों के तीमारदार ऑक्सीजन व दवाइयों के लिए दर-दर भटक रहे हैं।

नोएडा में बीते शनिवार एक 35 वर्षीय कोरोना संक्रमित महिला ने सरकारी अस्पताल की पार्किंग में दम तोड़ दिया। महिला के परिजन अस्पताल में एक बेड के लिए गुहार लगाते रहे। आगरा में ऑटो-रिक्शा में एक महिला अपने पति को मुंह से सांस देती नजर आई थी। महिला के पति ने अस्पताल के गेट पर ही दम तोड़ दिया था।

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