एक स्टडी का दावा , भारतीयों की आय में देखी गई कमी…
नई दिल्ली। इस समय में पूरे देश में कोरोना वायरस का कहर जोरो पर है लॉकडाउन तीसरा चरण समाप्त होने वाला है। ऐसे में संभवाना वक्त की जा रही है कि चौथा चरण शुरु होने वाला है। ऐसे समय में देश की अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव दिखा दे रहा है,वहीं एक स्टडी में दावा में किया गया है कि लॉकडाउन के समय में 84 फीसदी परिवार की आय में कमी देखी गई है।
अमेरिका की शिकागो बूथ यूनिवर्सिटी के Rustandy Center for Social Innovation ने सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के उस डेटा का विश्लेषण किया है जिसमें देश के 27 राज्यों के 5,800 परिवारों का सर्वे किया गया है।
एक स्टडी का दावा , भारतीयों की आय में देखी गई कमी…
इस विश्लेषण के आधार पर दावा किया गया है कि आर्थिक हालात खराब होने के पीछे कोरोनावायरस का प्रसार बड़ा कारण नहीं है, बल्कि लॉकडाउन से पहले प्रति व्यक्ति आय, लॉकडाउन की गंभीरता और जरूरी मदद कितने प्रभावी तरीके से पहुंची, ये मुख्य कारण हो सकते हैं. इतना ही नहीं इस स्टडी के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर पड़ा है।
34 फीसदी परिवार मुश्किल में-इस स्टडी के अनुसार त्रिपुरा, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और हरियाणा सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. साथ ही देश के दो सबसे बड़े धार्मिक समूह, हिंदू और मुसलमानों पर समान रूप से लॉकडाउन की चोट पड़ी है. स्टडी में साथ ही दावा किया गया है कि देश के 34 फीसदी परिवार ऐसे हैं, जो बिना किसी मदद के एक हफ्ते से ज्यादा गुजारा नहीं कर पाएंगे।
देश में आर्थिक हालात को देखते हुए मोदी सरकार ने इसी हफ्ते बड़े राहत पैकेज का ऐलान किया था. इसमें MSME सेक्टर को सबसे ज्यादा मदद देने का प्रावधान किया गया था, जबकि सैलरी क्लास के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की अवधि को बढ़ाया गया था।