‘एक देश एक चुनाव’ का नारा फिर से पकड़ता तूल, आर्थिक व्यवस्था पर बढ़ा सकता है असर

रिपोर्ट – भुपेन्द्र बरमण्डलिया

झाबुआ – देश में लगातार होने वाले चुनावों से देश की आर्थिक व्यवस्था पर पड़ने वाले बोझ को कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक देश एक चुनाव की बात कह चुके है। एक देश एक चुनाव की अवधारणा एक बार फिर जोर पकड़ रही है।

एक देश एक चुनाव

झाबुआ में सकल व्यापारी संघ के दिवाली मिलन समारोह से यह मांग उठी है। कल देर रात एक निजी गार्डन में हुए कार्यक्रम के दौरान सकल व्यापारी संघ द्वारा इसी थीम पर अपनी अगले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई।

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इस आयोजन में शहर के व्यापारियों समेत आला प्रशासनिक अधिकारी मौजुद रहे। सकल व्यापारी संघ द्वारा आगामी वर्ष में विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान एक देश एक चुनाव की मांग को आगे बढ़ाने के लिये प्रयास किये जाएगें। संघ जल्द ही महामहिम राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर इस मांग पर विचार करने का भी अनुरोध करने जा रहा है।

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