
नई दिल्ली। पांच राज्यों में चुनाव के बाद चार में भाजपा सरकार बनने के बाद से बीजेपी पर लग रहे ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। उनका कांग्रेस की आलोचना करते हुए इसे “पराजयवादी” बताया है। साथ ही कांग्रेस को चेताया कि ईवीएम पर ज्यादा शोर मचाने कांग्रेस को ही नुकसान होगा।
ईवीएम से छेड़छाड़ का सवाल ही नहीं
मोइली ने कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ करने का सवाल ही पैदा नहीं होता। मंगलवार को 16 विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग को याचिका देकर मांग की थी कि चुनाव मतपत्र से कराए जाएं। मोइली ने ने कहा कि कांग्रेस अपनी हार के लिए बहाना खोज रहे क्षेत्रीय दलों के “लोकप्रियतावादी हथकंडे” के झांसे में आ गयी है।
एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए कहा कि “मैं पूर्व कानून मंत्री हूं और मेरे ही समय में ईवीएम लागू हुई थी। उस समय शिकायतें भी आई थीं। हमने उनकी पड़ताल करके पुष्टि भी की थी। आप जानते हैं कि इतिहास नहीं भूलना चाहिए। आप को लग रहा है कि ईवीएम के खिलाफ एक लहर है तो आप भी उसमें शामिल हो लिए।”
ईवीएम विरोध पर कांग्रेस द्वारा विपक्षी दलों का साथ देने पर मोइली ने अखबार से कहा, “हमें इसमें शामिल नहीं होना चाहि। हम में से किसी से संपर्क नहीं किया गया था। बहुत सारे लोगों से संपर्क नहीं किया गया।”
ईवीएम से जुड़ी शिकायतों पर मोइली ने कहा कि हम ईवीएम को अच्छी तरह जानते हैं और हमारे (यूपीए के) समय में हमने ईवीएम की जांच करायी थी।
मोइली ने कहा कि अगर आप हार गए हैं तो इसकी वजह ईवीएम नहीं है? मोइली ने कहा कि केवल “पराजित मानसिकता वाले लोग” ही ईवीएम को दोष देंगे, नहीं तो इसकी कोई जरूरत नहीं। साथ ही कांग्रेस को चेताते हुए कहा कि ईवीएम पर ज्यादा शोर मचाने कांग्रेस को ही नुकसान होगा।
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