इजरायली राष्ट्रपति को समझ में आया ‘जुगाड़’

चंडीगढ़। भारत दौरे पर आए इजरायल के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन की समझ में हिंदी का ‘जुगाड़’ शब्द स्पष्ट रूप से आ गया। उन्होंने इस बोलचाल के शब्द को और इसके ईजाद करने और काम करने के ढंग से इजराइल को जोड़ने की बात कही। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी तरफ से इजराइल की नवोन्मेष और प्रौद्योगिकी समाधान के जरिये कृषि क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान बनाने को लेकर पूर्ण विश्वास को लेकर इजरायल की सराहना की।

जुगाड़

जुगाड़ शब्द का इस्तेमाल बहुत सारे भारतीय करते हैं। इसका अर्थ होता है कि कोई तरकीब अपनाकर निपुणता के साथ समस्या का समाधान करना या रास्ते की बाधा दूर करना।

रिवलिन ने अपने संस्मरण, छवियों और मनोभावों को श्रोताओं के बीच ताजा कराते हुए कहा, “जुगाड़ वह रास्ता है जैसे हम सोचते हैं, वह रास्ता है, जिससे हम आविष्कार करते हैं, वह रास्ता है जैसे हम काम करते हैं।” इसके बाद वहां हंसी के फव्वारे छूटे।

राष्ट्रपति रिवलिन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के 12 संस्करण द्विवार्षिक कृषि प्रौद्योगिकी और व्यापार मेला एग्रोटेक 2016 के उद्घाटन के बाद वहां एक सभा को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, अपने भारत दौरे के दौरान मैंने एक नया शब्द सुना जिसे ‘जुगाड़’ कहा जाता है। जुगाड़ का मतलब समस्या पैदा होने पर चतुराई से समाधान। यदि आप इजरायल और इजरायली को जानते हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मुझे इस शब्द से कितना जल्दी प्यार हो सकता है, जिसके बाद श्रोताओं में हंसी फूट पड़ी।

इस कार्यक्रम में मुखर्जी ने कहा, इजरायल से बहुत कुछ सीखने को है। इजरायल ऐसा देश है जिसने अपनी असुविधाओं को सुविधाओं में बदल दिया। मैं इस मंच को इजरायल के राष्ट्रपति के साथ साझा करके खुश हूं।

राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि इजरायल ने सफलतापूर्वक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर अपनी आवश्यकता के अतिरिक्त खाद्यान्न उत्पादन क्षमता हासिल की।

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