आर्मीनिया-अज़रबैजान युद्ध में अज़रबैजान के दूसरे नंबर के शहर को बनाया गया निशाना

आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच अलगाववादी क्षेत्र नागोरनो-काराबाख को लेकर लड़ाई अब भी जारी है। इसकी चपेट में अजरबैजान का दूसरा सबसे बड़ा शहर भी आ गया है। अजरबैजान के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि आर्मीनिया के बलों ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर गांजा पर हमला किया है। अजरबैजान के राष्ट्रपति के सहयोगी हिकमेत हाजियेव ने एक वीडियो ट्वीट किया है। जिसमें क्षतिग्रस्त इमारतें देखी जा सकती हैं। उन्होंने इसे गांजा में सघन आवासीय बस्तियों पर निशाना साधकर आर्मीनिया द्वारा किये गए बड़े मिसाइल हमलों का परिणाम बताया। वही सीरियाई युवा अब्दुल्ला का कहना है कि आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने अज़रबैजान की सीमा पर मौजूद सैन्य ठिकानों पर पहरा देने का काम करने के लिए हामी भरी थी लेकिन उन्हें बिना ट्रेनिंग लड़ाई में झोंक दिया गया है।

वही आर्मीनिया के रक्षा मंत्रालय का कहा कि उनकी सरजमीं से अजरबैजान की दिशा में किसी तरह का हमला नहीं किया जा रहा है। लेकिन नागोरनो-काराबाख के नेता अरायिक हारुतयुन्यान ने फेसबुक पर इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने गांजा में सैन्य ठिकानों को नेस्तानाबूद करने के लिए रॉकेट से हमलों का आदेश दिया था। जबकी इससे पहले अजरबैजान के राष्ट्रपति ने शनिवार को कहा कि उनकी सेनाओं ने एक शहर और कई गांवों पर कब्जा कर लिया है। इस क्षेत्र में 27 सितंबर को दोनों देशों के बीच संघर्ष शुरू हुआ था जो अजरबैजान के तहत आता है। लेकिन इस पर स्थानीय आर्मीनियाई बलों का नियंत्रण है। यह 1994 में खत्म हुए युद्ध के बाद इस इलाके में सबसे गंभीर संघर्ष है। अजरबैजान के रक्षा मंत्री जाकिर हासानोव ने रविवार को एक बयान में कहा, ”आर्मीनिया से अजरबैजान के क्षेत्रों पर हमले करना पूरी तरह उकसावे वाली कार्रवाई है।”

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