आज का सुविचार: जानिए यौवन को लेकर क्या कहते हैं आचार्य चाणक्य के विचार
आचार्य चाणक्य की महानता को लेकर किसी को कोई संदेह नहीं है। उनके द्वारा बताई गई ऐसी कई बातें हैं जो हमारे जीवन पर सीधा असर डालती है। उनके विचारों से हर स्याक्ति के जीवन के लिए लागू होती हैं। उन विचारों पर मान कर हम अपने जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। सालों पुरानी चाणक्य द्वारा बताई की नीतियां और विचार आज भी हमारे जीवन के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकते हैं। चाणक्य की नीति को अपनाने वाला शख्स कितना भी दुर्बल क्यों न हो अपने आप को कठिन वक्त से निकाल ही लेता है। चाणक्य के सुविचार-
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- चाणक्य कहते हैं कि ज़्यादा लाड़ प्यार करने से बच्चों में अनेक दोष पैदा हो जाते हैं। इसलिए अगर वो कोई गलत काम करते हैं तो उन्हें डाँटना भी ज़रूरी है।
- शिक्षा और अध्ययन के बारे में बात करते हुए चाणक्य कहते हैं कि इंसान का जन्म बहुत सौभाग्यपूर्ण होता है। इसलिए हमें अपने अधिकाधिक समय का वेदादि शास्त्रों के अध्ययन में तथा दान जैसे अच्छे कार्यों में ही सदुपयोग करना चाहिए।
- चाणक्य का कहना है कि मूर्खता के समान यौवन भी दुखदायी होता है क्योंकि जवानी में व्यक्ति कामवासना के आवेग में कोई भी मूर्खतापूर्ण कार्य कर सकता है। परंतु इनसे भी अधिक कष्टदायक है दूसरों पर आश्रित रहना।