आज का सुविचार : चाणक्य के अनुसार कभी नहीं हो सकता इन आदमियों का भला

आचार्य चाणक्य को उनकी नीतियों के लिए जाना जाता है वह दूसरों से अलग सोंच रखने वाले व बहुत गुणवान और विद्वान थे। वह शिक्षक होने के साथ ही एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे। अपनी कुशलता को प्रबल करने के लिए चाणक्य ने पूरी निष्ठा से गहन अध्ययन किया था। चाणक्य ने अपने कौशल और बुद्धि के बल से जीवन में सफलता प्राप्त करने की कई नीतियां बनाई थीं।

चाणक्य द्वारा बनाई गई उन सभी नीतियों का संग्रह चाणक्य नीति शास्त्र में है। आज हम उन्हीं नीतियों में से कुछ नीतियां आपको बताने जा रहे हैं जिससे आपके विचारों में बदलाव होने के साथ ही आपके दैनिक जीवन में भी सुधार हो जाएगा।

जब आदमी में शक्ति नहीं रह जाती वह साधू हो जाता है। जिसके पास दौलत नहीं होती वह ब्रह्मचारी बन जाता है। रुग्ण भगवान् का भक्त हो जाता है। जब औरत बूढी होती है तो पति के प्रति समर्पित हो जाती है।

नियति एक भिखारी को राजा और राजा को भिखारी बनाती है, वह एक अमीर आदमी को गरीब और गरीब को अमीर।

जो व्यक्ति एक साल तक भोजन करते समय भगवान् का ध्यान करेगा और मुह से कुछ नहीं बोलेगा उसे एक हजार करोड़ वर्ष तक स्वर्ग लोक की प्राप्ति होगी।

आप चाहे सौ बार पवित्र जल में स्नान करे, आप अपने मन का मैल नहीं धो सकते उसी प्रकार जिस प्रकार मदिरा का पात्र पवित्र नहीं हो सकता चाहे आप उसे गरम करके सारी मदिरा की भाप बना दे।

चाणक्यय के मुताबिक यदि किसी आदमी को खुद पर विश्वास नहीं होता व खुद का ध्यान नहीं रखता, खान-पान पर ध्यान नहीं देता और हमेशा अपने किस्मत को कोसता है उस आदमी का कभी भला नहीं हो सकता।

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