आज का सुविचार: अभी भी प्रासंगिक हैं वर्षों पहले लिखी गयी यह बातें, बदल सकती हैं आपका जीवन
आचार्य चाणक्य बहुत गुणवान और विद्वान थे। वह शिक्षक होने के साथ ही एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे। अपनी कुशलता को प्रबल करने के लिए चाणक्य ने पूरी निष्ठा से गहन अध्ययन किया था। चाणक्य ने अपने कौशल और बुद्धि के बल से जीवन में सफलता प्राप्त करने की कई नीतियां बनाई थीं। चाणक्य द्वारा बनाई गई उन सभी नीतियों का संग्रह चाणक्य नीति शास्त्र में है। आज हम उन्हीं नीतियों में से कुछ नीतियां आपको बताने जा रहे हैं जिससे आपके विचारों में बदलाव होने के साथ ही आपके दैनिक जीवन में भी सुधार हो जाएगा।
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आज से तकरीबन 2300 साल पहले चाणक्य नीति लिखी गयी थी। लेकिन उसमें लिखी ज्यादातर बातें आज भी उतनी ही सटीक बैठती है जैसी की उस दौरान थी। आइए आचार्य चाणक्य की लिखी उन्हीं कुछ बातों को जानते हैं
- मन में सोचें गये काम को किसी के सामने जाहिर नहीं करना चाहिए। उस काम को मन में रखते हुए ही पूरा करना चाहिए।
- जो व्यक्ति ज्ञान आर्जन करने में, खाने में और काम करने में शर्माता नहीं वह सुखी रहता है।
- जो भविष्य के लिए तैयार है वह किसी भी परिस्थिति को चतुराई से निपटाता है।
- नसीब के सहारे चलने वाले लोग जल्द ही बर्बाद हो जाते हैं।
- दूर दिखने वाली चीज असंभव दिखाई देती है। हालांकि हमारी पहुंच से बाहर दिखने वाली चीज भी आसानी से हासिल हो सकती है। यदि हम उसके लिए मेहनत करें।
- भविष्य में आने वाली मुसीबतों से बचने के लिए धन इकट्ठा करना चाहिए।
- प्रत्येक चीज की अति बुरी होती है। अत्यधिक सुंदरता के कारण ही सीता का हरण हुआ था। इसी के साथ अत्यधिक घमंड के कारण ही रावन का अंत।