आखिर पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल, शाह को करनी पड़ी 7 घंटे से ज्यादा बहस
आखिर सात घंटे की बड़ी बहस के बाद नागरिकता संशोधन बिल पास हो ही गया. इसके लोकसभा में पेश होते ही इस बिल को भारी विरोध सहना पड़ा. लगातार हो रहे हंगामे और बहस में आखिर अमित शाह के बयानों की जीत हुई. लोकसभा में इस बिल के समर्थन में 311 वोट पड़े जबकि इसके विरोध में 80 सांसदों ने वोट डाला. अब जब ये बिल लोकसभा से पास हो गया है तो इसे राज्यसभा में पेश किया जायेगा.
इस बिल के अनुसार अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत में रहने आए शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रस्ताव दिया गया है. फिर चाहे इन तीनों देशों से आने वाले शरणार्थी हिंदू, सिख, पारसी, जैन, और ईसाई समुदाय के ही क्यों न हों. इस बिल में उनको भी नागरिकता देने का प्रस्ताव है.
शिवसेना और अकाली दल जैसे दलों ने भी किया समर्थन-
सदन में शिवसेना, शिरोमणि अकालीदल जनता दल यूनाइटेड, बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस जैसे दल इस बिल के समर्थन में आए और इनके समर्थन में आने के बाद इस बिल के उच्च सदन में भी आसानी से पास होने की संभावना बढ़ गई है.
गृहमंत्री अमित शाह की हाजिर जवाबी के मुरीद हुए PM मोदी, सभा में की जमकर तारीफ
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि यह विधेयक लाखों करोड़ों शरणार्थियों को यातना से मुक्ति देगा, उन्होंने कहा कि यह बिल किसी समुदाय विशेष के लिए नहीं है बल्कि अल्पसंख्यकों के लिए है.