आखिर नींद का दुश्मन कौन है ? आइये जानते है

एक शोध में में पाया गया है कि इनसोम्निया के और भी कई फैक्टर्स हैं। कोरोना के दौर में लोगों की डाइट बदल गई। अनकंट्रोल्ड डाइट के चलते शरीर में कई तरह के बदलाव आ रहे हैं। इस वजह से भी लोग इनसोम्निया की चपेट में आ रहे हैं।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डाइट की वजह से आपका स्लीप पैटर्न बदल सकता है और इससे डाइट के पैटर्न पर भी फर्क पड़ता है। यानी अगर आप खाने-पीने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं तो इसके दोहरे नुकसान हैं।

हॉवर्ड मेडिकल स्कूल में प्रोफेसर फिजिशियन डॉक्टर सुसान रेडलाइन कहती हैं कि डाइट और नींद एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। जितनी बेहतर डाइट होगी, उतनी ही बेहतर नींद आएगी। हेल्दी डाइट और हेल्दी स्लीप आपके हेल्थ बिहेवियर को बेहतर बनाते हैं।

ज्यादा शुगर और फैट युक्त खाना नींद का दुश्मन

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादा शुगर, सेचुरेटेड फैट और कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट आपकी अच्छी नींद को बर्बाद कर सकते हैं। हरी-पत्तेदार सब्जियां, फाइबर और अन-सैचुरेटड फैट वाली डाइट जैसे- नट्स, ऑलिव ऑयल और मछली को खाने में शामिल करने से अच्छी नींद मिलती है।

अच्छा खाना यानी बेहतर नींद

  • अच्छी नींद के लिए जूझ रहे लोगों पर हुई स्टडी में जो बातें सामने आईं हैं, वो डाइट से ही जुड़ी हुई हैं। स्टडी में कुछ लोगों को खुद के हिसाब से खाना खाने को कहा गया। इस दौरान उनके स्लीप पैटर्न को नोटिस किया गया। लोगों की डाइट में प्रोटीन, सब्जी-फल की कमी और शुगर युक्त फूड की मात्रा ज्यादा पाई गई। जिन लोगों ने हरी-पत्तेदार सब्जियां, फाइबर और अन-सैचुरेटड फैट वाली डाइट लीं, उनका नींद पैटर्न बेहतर मिला, जबकि अनकंट्रोल्ड डाइट लेने वालों की नींद पैटर्न बिगड़ा हुआ मिला।
  • कीवी फ्रूट की कंपनी जेसपरी इंटरनेशनल ने एक स्टडी की थी। इसमें उन्होंने 4 हफ्तों तक लोगों को सोने से एक घंटे पहले कीवी फल खाने को दिया। इस दौरान उनकी नींद में सुधार देखने को मिला। कीवी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, यानी एंटीऑक्सीडेंट वाली चीजों को डाइट में शामिल करने से नींद पैटर्न ठीक रहता है। इसी तरह से चेरी जूस पीने से इनसोम्निया से जूझ रहे लोगों की नींद बेहतर हुई। उनके शरीर में ट्रायटोफेन की मात्रा बढ़ी। यह एक तरह का अमीनो एसिड है, जो अच्छी नींद के लिए फायदेमंद है।

फास्ट फूड से आलस और अच्छा खाना खाने से गहरी नींद आती है

  • अमेरिका में नींद पर शोध करने वाली डॉक्टर सेंट ओन्जे कहती हैं कि अगर लोग अपने आहार में ज्यादा शुगर और कार्ब्स वाली डाइट जैसे- ब्रेड, पेस्ट्री, पास्ता शामिल करते हैं तो आलसी हो सकते हैं। वहीं, अच्छा खाना, फाइबर और प्रोटीन युक्त डाइट लेने से गहरी नींद आती है।
  • कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट फूड खाने से ब्लड और शुगर लेवल नॉर्मल रहता है, जिससे नींद बेहतर होती है। सोने से 1 घंटा पहले केला, शहद, कीवी खाएं या गर्म दूध पीएं, इससे अच्छी नींद आ आएगी।


बेहतर नींद के लिए मेडिटेरियन डाइट है फायदेमंद

मेडिटेरियन डाइट लेने से नींद अच्छी आती है। यदि आप डाइट पैटर्न में सब्जियां, फूड ग्रेन और दूध- दही ले रहे हैं तो इसे ही मेडिटेरियन डाइट कहा जाता है। एक स्टडी में पाया कि जो लोग इस तरह की डाइट फॉलो करते हैं, उन्हें कभी भी इनसोम्निया या नींद की समस्या से जूझना नहीं पड़ता है। हालांकि, इसे लेकर अभी और रिसर्च की जरूरत है।

स्टडी और क्या कहती है?

  • एक स्टडी के मुताबिक, जिनकी डाइट अच्छी नहीं होती और जो लोग नींद की समस्या से जूझते हैं। उन्हें मानसिक समस्याएं ज्यादा होती हैं। कुछ लोग इससे बचने के लिए जंक फूड खाने लगते हैं, उन्हें लगता है कि इससे नींद बेहतर हो जाएगी।
  • क्लिनिकल ट्रायल में देखा गया है कि जिन एडल्ट्स को 4 से 5 घंटे के लिए सोने को कहा गया था। उन्होंने सबसे ज्यादा कैलोरी युक्त फूड लिया। इससे उनमें भूख बढ़ गई और वे ज्यादा मीठा खाने लगे।
  • डॉ. सेंट ओन्जे कहती हैं कि जो पुरुष कम सोते हैं, उनके अंदर भूख बढ़ जाती है और खाना ज्यादा खाने लगते है। महिलाओं में भी इस तरह की आदत बढ़ जाती है। किंग्स कॉलेज लंदन में हुई एक स्टडी के मुताबिक, अच्छी नींद से विल पावर बढ़ती है। खाने की आदत भी बदल जाती है।
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