…तो देश के वित्त मंत्री भी निकले ‘बेवफा’
नई दिल्ली। काले धन के खिलाफ कार्रवाई बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने बड़े नोटों को बदलने की घोषणा 8 नवंबर को की थी। पीएम मोदी के इस फैसले की भनक देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली की पत्नी को भी नहीं थी।
1000 और 500 रुपये के नोटों को बदलने के फैसले के बारे में बहुत ही उच्च स्तर की गोपनीयता रखी गई थी। केंद्र सरकार के इस फैसले की जानकारी वित्त मंत्री अरुण जेटली की पत्नी संगीता को भी नोट बैन की घोषणा के बाद मिली। इस काम के लिए सरकार ने बहुत उच्च स्तर की गोपनीयता बरती थी।
बीते 6 महीने से करेंसी बदलने के काम की तैयारी हो रही थी लेकिन इसकी जानकारी सिर्फ कुछ ही अधिकारियों को थी। आरबीआई ने पीएम मोदी की घोषणा करने के बाद ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नए नोटों के बारे में जानकारी दी।
ग़ौरतलब है कि 8 नवम्बर को पीएम नरेन्द्र मोदी ने कालेधन पर रोक लगाने के लिए 500 और 1000 के नोटबंदी करने का ऐतिहासिक फ़ैसला दिया था। सरकार दावा करती रही है कि इस फ़ैसले के बारे में देशभर में किसी भी सरकारी या निजी बैंक के आला अधिकारी को किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं थी।