अरब देशों की खटास का भारत पर कितना पड़ेगा असर, इस तल्खी का किस पर पड़ेगा ज्यादा प्रभाव

भाजपा प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर अरब देशों ने कड़ी आपत्ति जताई। जिन देशों का नाम इस लिस्ट में है उसमें कतर, सउदी अरब, ओमान, बहरीन, कुवैत, ईराक और यूएई शामिल है। भाजपा की ओऱ से नूपुर की प्राथमिक सदस्यता को निलंबित करना भी अंतरारष्ट्रीय दवाब के बाद लिया गया निर्णय ही बताया जा रहा है।

इन सब के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय की ओऱ से साफ कर दिया गया है कि नूपुर शर्मा की ओर दिया गया बयान उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है। इसका भारत सरकार से कोई भी लेना-देना नहीं है। इसी के साथ कहा गया कि संबंधित संस्थान उन पर कार्रवाई भी कर सकते हैं। हालांकि इस बीच सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या इस मामले में अरब देशों से भारत के रिश्ते बिगड़ सकते हैं? इसी के साथ अगर रिश्ते बिगड़ते हैं तो उनका क्या प्रभाव पड़ेगा?

नूपुर शर्मा के बयान को लेकर कतर, बहरीन, यूएई, सउदी अरब, ईराक, ओमान जैसे अरब देशों ने भी अपनी आपत्ति जता दी। इन अरब देशों में भारतीय उत्पाद के बायकॉट की खबरें भी आने लगीं।

आइए जानते हैं अरब देशों के साथ भारत के व्यापारिक रिश्ते

कतर
2021-22 आयात – 76.82 हजार करोड़
2021-22 निर्यात – 13.70 हजार करोड़
कुल व्यापार – 112.16 हजार करोड़

बहरीन
2021-22 आयात – 7.49 हजार करोड़
2021-22 निर्यात – 5.23 हजार करोड़
कुल व्यापार – 12.73 हजार करोड़

साउदी अरब
2021-22 आयात – 254.67 हजार करोड़
2021-22 निर्यात – 65.31 हजार करोड़
कुल व्यापार – 319.98 हजार करोड़

कुवैत
2021-22 आयात – 82 हजार करोड़
2021-22 निर्यात – 9 हजार करोड़
कुल व्यापार – 91 हजार करोड़

यूएई
2021-22 आयात – 3 लाख 34 हजार करोड़
2021-22 निर्यात – 2 लाख 9 हजार करोड़

इराक
2021-22 आयात – 2 लाख 38 हजार करोड़
2021-22 निर्यात – 17 हजार करोड़
कुल व्यापार – 2 लाख 56 हजार करोड़

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