उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर को प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकत के साथ बनाने का काम जारी है। अयोध्या का विश्व के सर्वोच्च पर्यटन एवं धार्मिक स्थल के रूप मे सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। जिससे वहां आने वाले श्रृद्धालुओं को विश्वस्तरीए सुविधा प्राप्त हो सके। इन मुद्दों को लेकर राज्य मंत्री डॉ0 नीलकण्ठ तिवारी ने समीक्षा की।

राज्य मंत्री के द्वारा अयोध्या में प्रमुख पौराणिक कुण्डों (भरत कुण्ड, सूर्यकुण्ड, हनुमान कुण्ड, स्वर्णखनि कुण्ड, सीताकुण्ड, अग्नि कुण्ड, खुर्ज कुण्ड, गणेश कुण्ड, दशरथ कुण्ड) के सौन्दर्यीकरण एवं पर्यटन विकास कार्यों की अब तक की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। आपको बता दें कि अयोध्या में पंचक्रोसी एवं चौदहकोसी परिक्रमा पथों का पर्यटन विकास का कार्य पर्यटन विभाग द्वारा कराया जा रहा है।

इसी के साथ रामकथा पार्क के सन्निकट पर्यटन विकास एवं अन्य परियोजनाओं हेतु 12,687 वर्ग मीटर भूमि का चयन कर क्रय/अधिग्रहण की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। आयोध्या में प्रकृतिक सौदर्य का भी पूरी ध्यान रखा जा रहा है। पर्यटन निदेशालय के द्वारा बुलाई की समीक्षा बैठक में कई बड़े अधिकारी शामिल रहे। इस बीच डॉ. नील कण्ठ तिवारी ने कहा कि अयोध्या में जो भी विकास कार्य अथवा भवन निर्माण किया जा रहा है उसमे पौराणिक काल की छवि का भी समावेश होना चाहिए।

मुकेश कुमार मेश्राम (प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक पर्यटन/ संस्कृति विभाग) , दीपक कुमार (प्रमुख सचिव आवास), अजय चौहान (आवश आयुक्त), शिवपाल सिंह (विशेष सचिव पर्यटन) एवं अविनाश चन्द्र मिश्र (संयुक्त निदेशक पर्यटन) समेत अन्य संबंधी अधिकारी उपस्थित रहे।