अभी आर्थिक संकट से जूझ रहा अफगानिस्तान, यूनिवर्सिटी बंद, बयान आया सामने

अफगानिस्तान अभी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसका खुलासा तालिबान ने एक बयान जारी कर किया है। तालिबान का कहना है कि देश के सामने अर्थिक संकट और सह शिक्षा के मुद्दे के चलते अफ़ग़ानिस्तान में विश्वविद्यालय अभी भी नहीं खुल सके हैं।खामा प्रेस ने रिपोर्ट जारी कर बताया कि उच्च शिक्षा मंत्री अब्दुल बकी हक्कानी ने रविवार को कहा कि लड़कियों के लिए अलग क्लास बनाने और अतिरिक्त लेक्चरर को नियुक्त करने के लिए उन्हें अधिक समय और अतिरिक्त बजट की आवश्यकता होगी। अफगानिस्तान में लड़कियों के लिए पब्लिक यूनिवर्सिटी और हाई स्कूल अभी फिर से खोले जाने बाकी हैं।

बता दें कि अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने सह शिक्षा पर प्रतिबंध लगा दिया। तालिबान ने यह भी आदेश दिया कि लड़कियों को अब यूनिवर्सिटी में लड़कों के समान क्लास में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके इतर, तालिबान ने कहा है कि अगर महिलाओं को लंबी दूरी की यात्रा तय करनी है, तो उन्हें किसी एक करीबी पुरुष रिश्तेदार के साथ जाना होगा।

इतना ही नहीं ‘मिनिस्ट्री फॉर द प्रोमशन ऑफ वर्चु एंड प्रीवेंशन ऑफ वाइस’द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि सभी वाहन मालिक केवल उन्हीं महिलाओं को अपने वाहन में बैठकर यात्रा करने दें।जिन्होंने इस्लामिक हिजाब पहना हो। हालांकि, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा तालिबान के इस कदम की आलोचना की गई है। मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक अकिफ मुहाजिर ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, 72 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करने वाली महिलाओं को सवारी की पेशकश नहीं की जानी चाहिए यदि उनके साथ परिवार का कोई करीबी सदस्य नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि करीबी सदस्य पुरुष ही होना चाहिए।

LIVE TV