अपने ही सवालों में बुरे फंसे राहुल, राफेल पर बोल गए ऐसी बात कि घर आ गया नोटिस
नई दिल्ली। लोक सभा चुनाव जैसे जैसे करीब आ रहे हैं सभी राजनैतिक पार्टियां एक दूसरे को निशाना बना रही है। इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अपने एक मात्र हथियार राफेल डील को मुद्दा बनाते हुए लगातार मोदी शासित केंद्र सरकार को निशाना बना रहे हैं।
और बनाए भी क्यूं न सियासी बिसात में उनके पास मोदी फेम को नीचा दिखाने का इससे बेहतर और कोई विकल्प मौजूद नहीं है। लेकिन हाल ही में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कुछ ऐसा कह डाला, जो उनके लिए बड़ी मुसीबत बन गया। उन्हें इस बात का तनिक भी अंदाजा ना था कि उनके मुख से निकला एक बयान उनके दागे जा रहे सवालों पर इस कदर भारी पड़ेगा कि उन्हें इसके लिए नोटिस मिल जाएगा।
दरअसल हाल ही में राहुल गांधी ने एक रैली में कहा था कि राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके सवालों से डर गए हैं। इसीलिए उनकी हिम्मत नहीं हुई की वे लोकसभा में कदम रख उनका सामना कर सके। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि राफेल पर पूछे गए सवालों से बचने के लिए पीएम मोदी एक महिला का सहारा ले रहे हैं।
बता दें उनका सीधा इशारा रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर था, जिन्होंने केंद्र के बचाव पक्ष में राफेल मुद्दे पर सभी विवरण सदन में पेश किये थे और कांग्रेस के सवालों को फेस किया था। ताजा मामले में महिला आयोग ने राहुल के इस बयान को महिला विरोधी करार देते हुए नोटिस भेज दिया है।
खबरों के मुताबिक़ राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी का “…एक महिला से कहा मेरी रक्षा कीजिए? महिला विरोधी बयान है। क्या वह सोचते हैं कि एक महिला कमजोर है? राहुल गांधी देश की रक्षा मंत्री को ही कमजोर बता रहे हैं।
जिसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि आयोग कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मामले में नोटिस जारी करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राहुल गांधी के इस बयान को महिला विरोधी करार दिया था। जिसपर राहुल गांधी ने भी पलटवार करते हुए कहा था कि ‘‘बातों को घुमाना बंद करिए। मेरे सवाल का जवाब दीजिए कि जब आपने वास्तविक राफेल सौदे को बदला तो क्या रक्षा मंत्रालय और वायुसेना ने आपत्ति जताई थी?’’ उन्होंने पूछा, ‘‘हां? या ना?’’
वहीं प्रधानमंत्री के अलावा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत अन्य पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया। सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर लिखा कि निर्मला सीतारमण को लेकर राहुल गांधी का बयान निचले स्तर का राजनीतिक बयान है।
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बता दें राहुल ने कहा था कि सीतारमण ने ढाई घंटों तक भाषण दिया लेकिन उनकी सभी बातें बेकार हो गईं चूंकि वे एक सवाल का भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाईं।
राहुल ने कहा, “प्रधानमंत्री जनता की अदालत से भाग गए और कहा, ‘सीतारमण जी मुझे बचाओ, मैं खुद को भी नहीं बचा सकता, आप हमें बचाओ।’ लेकिन, वे भी अपने ढाई घंटों के भाषण में उन्हें नहीं बचा सकीं।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल के मुद्दे पर दिए गए निर्मला सीतारमण के बयान को असंतुष्ट बताया।
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राहुल ने कहा, “हमने जनता की अदालत में राफेल सौदे पर सवाल उठाया। हमने मोदी जी से आगे आकर राफेल मुद्दे पर उनका रुख स्पष्ट करने की मांग की और कहा कि कांग्रेस पार्टी अपना रुख स्पष्ट करेगी। लेकिन, आपने देखा कि 56 इंच के सीने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री ने संसद में कदम रखने का साहस नहीं दिखाया।”