अपनी घटती जनसंख्या से परेशान है जैन समुदाय, उनके सन्देश से मोदी सरकार की बढ़ गयी चिंता…

भारत की जनसंख्या के मुकाबले में अपनी कम जनसंख्या से जैन समुदाय चिंतित है। समुदाय ने अब उन लोगों की मदद करने का फैसला लिया है जो दो से ज्यादा बच्चे पैदा करेंगे।

जैन 2001 की जनगणना के अनुसार 102 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में जैन समुदाय की संख्या 42 लाख थी। इसके दस साल 2011 में हुई जनगणना के अनुसार उनकी संख्या बढ़कर 44 लाख हो गई थी। वहीं भारत की जनसंख्या भी बढ़कर 120 करोड़ हो गई थी।

अपनी घटती जनसंख्या से परेशान है जैन समुदाय

वहीं 2011 में यह कमी 0.37 प्रतिशत रही। साथ ही हाल ही में हुए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के अनुसार प्रजनन दर (मां बनने की औसत उम्र) जैन में 1.2 है। यह दर हिंदुओं में 2.13 और मुस्लिमों में 2.6 है।

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दिगंबर जैन महासमिति की पिछले हफ्ते इंदौर में एक बैठक हुई थी जिसमें नारा दिया गया है- ‘हम दो हमारे तीन’ इस नारे के जरिए जैन के युवा जोड़ों से ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील की गई है।

समिति ने यह भी घोषणा की है कि वह उन जोड़ों को आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे जो दो से ज्यादा बच्चे पैदा करेंगे। साथ ही समुदाय के लोगों में होने वाले तलाक के मामलों को काउंसिलिंग के जरिए कम किया जाएगा।

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