सीएम अखिलेश ने हज हाउस का किया लोकार्पण, आज़म बोले अगली मंजिल दिल्ली

अखिलेशगाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने  नवनिर्मित आला हज़रत हज हाउस का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने 1500 पंजीकृत श्रमिकों को साईकिल, 31 दिव्यांगो को ट्राई साईकिल तथा 473 मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटॉप का वितरण किया। इसके अलावा, समाजवादी पेंशन योजना के दो हजार लाभार्थियों को लाभान्वित किया।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस अत्याधुनिक हज हाउस के निर्माण के फलस्वरूप पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के आठ हजार से 10 हजार हज यात्री प्रत्येक वर्ष लाभान्वित होंगे। आधुनिक सुख-सुविधाओं से सुसज्जित इस सात मंज़िले हज हाउस में एक समय पर 1886 हज यात्रियों के रुकने की सुविधा उपलब्ध है। अब एक ही परिसर में हज यात्रियों के रुकने, खान-पान, बैंकिंग, वीजा, पासपोर्ट आदि की समस्त सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी। हज हाउस का प्रयोग साल में डेढ़ से दो महीने ही होता है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि शेष अवधि में लखनऊ एवं गाजियाबाद के हज हाउस में कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कैबिनेट मंत्री व उ.प्र. राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद आज़म खां को बधाई देते हुये श्री यादव ने कहा कि उनके सद्प्रयास एवं निरन्तर मार्गदर्शन में शानदार हज हाउस का निर्माण हुआ है। सरकारी निर्माण एजेन्सी के द्वारा बनाया गया यह हज हाउस भव्य एवं गुणवत्ता में उत्कृष्ट है। उन्होंने कहा कि इस हज हाउस का शिलान्यास नेताजी मुलायम सिंह यादव ने किया था, शिलान्यास समारोह की अध्यक्षता मोहम्मद आज़म खां ने की थी। अपनी प्रसन्नता जताते हुए उन्होंने कहा कि आज उसी हज हाउस का लोकार्पण मेरे द्वारा किया जा रहा है और कार्यक्रम की अध्यक्षता मोहम्मद आज़म खां ही कर रहे हैं।

आज़म खां ने कहा कि यह हज हाउस मात्र एक इमारत नहीं है, बल्कि रिश्तों का पैगाम एवं बुनियाद है। उन्होंने कहा कि हमारी मंजिल अब लखनऊ के साथ-साथ दिल्ली भी है। इस हज हाउस के उद्घाटन ने सिद्ध कर दिया है कि हिन्दुस्तान कल भी धर्म निरपेक्ष था और आज भी धर्म-निरपेक्ष है। उन्होंने बताया कि इस हज हाउस के निर्माण पर लगभग 51 करोड़ रुपए खर्च हुये है और इसका कुल परिसर चार एकड़ क्षेत्र में है।

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