
Riport- KASHINATH
वाराणसी :– आम दिनों में दिन की शुरुआत होते ही पुलिस अधिकारियों के कार्यालय में अपनी समस्याओं को लेकर जनता पहुंचती है लेकिन आज वाराणसी के एडीजी कार्यालय में उस वक्त अपना तफरी का माहौल हो गया जब भदोही में तैनात हेडकांस्टेबल भरत प्रसाद यादव की पत्नी कमला देवी अपने पति द्वारा भरण पोषण का पैसा ना मिलने को लेकर अधिकारी यहां पर लगाते हुए थकहार कर एडीजी कार्यालय में विषाक्त पदार्थ खा लिया।
महिला द्वारा किये गए इस प्रयास के बाद उसे तुरंत दिन दयाल अस्पताल में भेजा गया जहां उसका उपचार चल रहा हैं। महिला और उसके परिवार का आरोप है कि भरत प्रसाद यादव बीते कई वर्षों से घर में बीवी बच्चों को भरण-पोषण का पैसा नहीं दे रहा है और अब रिटायरमेंट करीब है तो घरवालों को यह आशंका है कि हेड कांस्टेबल का किसी अन्य महिला के साथ संबंध है और रिटायरमेंट के बाद विभाग से मिला सारा पैसा उसे ही दे देगा। इसको लेकर हेड कांस्टेबल की पत्नी और उसके बेटे कई दिनों से पुलिस के अधिकारियों के यहां अपनी फरियाद को लेकर चक्कर काट रहे हैं।
री घटना के संबंध में क्षेत्राधिकारी कैंट डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि एक महिला ने जहर खा लिया जैसे ही सूचना मिली उसको तत्काल पंडित दीनदयाल अस्पताल में एडमिट कराया गया जहां उसका उपचार चल रहा है। अभी तक की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि उसका पति उसको पैसा नहीं देते हैं और उनका रिटायरमेंट भेज नजदीक है तो महिला को यह महसूस हो रहा है कि वह अपने रिटायरमेंट का सारा पैसा किसी अन्य महिला को दे रहे होंगे। उनका पति भदोही में हेड कांस्टेबल पद पर तैनात है।
महिला का बेटा श्याम यादव का कहना है कि हमारे पिता भरत प्रसाद यादव भदोही में हेड कांस्टेबल है और अब उनका रिटायरमेंट नजदीक है । हमलोग मूल रूप सर बलिया का रहने वाले हैं। हम लोग का कहना है कि पिताजी रिटायर होने वाले हैं रिटायरमेंट के बाद सारा पैसा किसी अन्य लोगों को दे देंगे हम लोग को भरण-पोषण के लिए पैसा नहीं देते हैं।
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हम लोग 20 वर्षों से इधर से दौड़ रहे हैं लेकिन हम लोग को पिता के द्वारा पैसा नहीं मिलता इसको लेकर हमने कई अधिकारियों के अभी परंतु हम लोग निराशा ही हाथ लगीं । श्याम जी यादव का कहना जी की उसके पिता घर भी नही आते हैं और बलिया सर हमलोग बार बार दौड़ कर परेशान हो गए है। इसलिए परेशान होकर आज मेरी माँ ने एडीजी कार्यालय में जहर खा लिया।
अधिकारी हम लोग को सिर्फ आश्वासन देते हैं।