
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने शुक्रवार को कन्फरडेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज द्वारा आयोजित ‘स्मार्ट सिटीज कान्फ्रेंस’ का उद्घाटन किया। नाईक ने कहा कि स्मार्ट सिटी जैसे महत्वपूर्ण विषय पर आयोजन सराहनीय है। स्वच्छ भारत अभियान, समर्थ भारत, स्मार्ट सिटी, नमामि गंगे और कौशल विकास की जो योजनाएं हैं, उन पर काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने का जो सपना प्रधानमंत्री का है, जिसमें उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा 13 शहर शामिल हैं।
नाईक ने कहा कि देश का विकास करना है तो उद्योगों के विकास को बढ़ाना होगा। बढ़ते हुए शहरीकरण के बीच हमें स्मार्ट विलेज पर भी ध्यान देना होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस कान्फ्रेंस में जो चर्चा होगी, उसका लाभ लखनऊ के साथ प्रदेश और देश को मिलेगा। उन्होंने कहा कि विकास पर विचार-विमर्श सभी शहरों के लिए होना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी का कार्य पूरा करने के लिए इच्छाशक्ति के साथ जन-भागीदारी भी आवश्यक है। विकास पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। इसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार के साथ संबंधित विभागों के बीच समन्वय जरूरी है।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटीज के विकास की प्रक्रिया में ग्रामीण क्षेत्र से पलायन भी एक कारण है। रोजगार न होने के कारण गांवों के लोग शहर की ओर पलायन करते हैं। पलायन रोकने के लिए जरूरी है कि स्मार्ट सिटी में जो उद्योग लगाए जाएं। किसी एक गांव को गोद लेकर उसे ‘स्मार्ट विलेज’ बनाया जाना चाहिए।