
भुवनेश्वर। यूँ तो रेत पर निशान छोड़ना मुश्किल काम होता है, पर उड़ीसा के सैंड आर्टिस्ट कलाकार सुदर्शन पटनायक ने रेत की बनी कलाकृतियों के ज़रिए अपनी अलग छाप छोड़ी है। पर्यावरण और एड्स जैसे सामाजिक मुद्दे हों या सचिन का शतक। इन सबको रेत पर उकेर कर बतौर सैंड आर्टिस्ट उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया है। अब इऩ्हीं की मदद लेकर इग्नू सैंड आर्ट सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है।
इंदिरा गांधी नैशनल ओपेन यूनिवर्सिटी (इग्नू) सैंड आर्ट पर एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करेगी। इग्नू की यह पहल देश में अपने प्रकार की पहली पहल है। ओडिशा के रहने वाले चर्चित सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक प्रोग्राम का डिजाइन तैयार करने और डिवेलप करने में यूनिवर्सिटी की मदद करेंगे।
इस बात की घोषणा शुक्रवार को ईस्ट जोन रीजनल डायरेक्टर्स मीट में यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर रविंद्र कुमार ने की। यह कोर्स यूनिवर्सिटी के मैसिव ऑनलाइन ओपन कोर्स (एमओओसी) प्रोग्राम के तहत उपलब्ध होगा। एमओओसी के तहत छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई का मौका मिलता है।
इग्नू ने 300 से ज्यादा एमओओसी कोर्स विकसित किए हैं। इन कोर्सों को सरकार के अपने इंटरनेट प्लैटफॉर्म ‘स्वयं’ पर ऑफर किया जाएगा। सैंड आर्ट पर प्रोग्राम भी इस प्लैटफॉर्म पर आएगा। स्टूडेंट वेबसाइट पर उपलब्ध विडियो की मदद से इस आर्ट को सीख सकते हैं।
पटनायक ने मीटिंग में सैंड आर्ट पर प्रजेंटेशन दिया। इसके बाद उनसे वैसे छात्रों के लिए एक महीने का सैंड आर्ट सर्टिफिकेट कोर्स डिवेलप करने में यूनिवर्सिटी की मदद करने का आग्रह किया गया, जो सैंड आर्ट करने के इच्छुक हैं।
वाइस चांसलर कुमार ने बताया कि इंस्टिट्यूशन इस कोर्स को अपने ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर हॉस्ट रकेगा। इस कोर्स को शुरू में भुवनेश्वर क्षेत्र में ऑफर किया जाएगा क्योंकि इस साल यूनिवर्सिटी के कुल दाखिले में 25 फीसदी दाखिला ईस्टर्न जोन से है। उन्होंने बताया, ‘हमें उम्मीद है कि यह एक महीने में लॉन्च हो जाएगा।’