
नई दिल्ली। दिल्ली के जंतर-मंतर पर उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक पूर्व सैनिक ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। पूर्व सैनिक का नाम रामकिशन ग्रेवाल था और वो हरियाणा के रहने वाले थे। इससे पहले पूर्व सैनिक की आत्महत्या के बाद दिल्ली में जमकर हंगामा हुआ।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं, इस खुदकुशी को लेकर कई सवाल भी उठाये जा रहें हैं, पूर्व सेना प्रमुख और विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह ने भी इस मामले में कई अहम सवाल उठाए थें। अब इस घटना में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पूर्व सैनिक की खुदकुशी के असल कारण सामने आ गये हैं।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि रामकिशन ग्रेवाल पर लाखों रूपये का क़र्ज़ था। जिसे चुकाने के लिए गांव वाले रामकिशन पर दबाव बना रहें थे। माना जा रहा है कि कर्ज के बोझ से दबे होने के कारण ही रामकिशन ने खुदकुशी करने जैसा आसान रास्ता चुना था। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकती है, लेकिन माना जा रहा है कि कर्ज ना चुका पाने के कारण ही रामकिशन ने मौत को गले लगा लिया।
वी के सिंह ने अपने पोस्ट में राम किशन ग्रेवाल की आत्महत्या बहुत दुखद जताते हुए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थीं। उन्होने कहा था कि “ये समझना जरूरी है कि खुदकुशी करने वाले किसी भी व्यक्ति की मानसिक स्थिति बहुत मायने रखती है।” आम तौर पर अवसाद और निराशा से घिरा व्यक्ति ही ये कदम उठाता है।
हमारे समाज में लोग इसके बारे में बात करना पसंद नहीं करते। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि अगर किसी ने सही समय पर राम किशन ग्रेवाल की मदद की होती तो आज वो हमारे साथ होते।
इससे पहले वीके सिंह ने कहा था कि ग्रेवाल एक कांग्रेसी कार्यकर्ता थे। वीके सिंह ने कहा कि इस देश में कुछ ऐसे गिद्ध हैं जिनको श्मशान की राजनीति का खून लग गया है। उन्होंने खुद भले ही कुछ भी न किया हो लेकिन सरकार पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ते।
लेकिन ये मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं उन लोगों को बेनकाब करूं। जो एक सैनिक के खून पर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं।