नई दिल्ली। गोवा में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद कांग्रेस के सभी 14 विधायक सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए सोमवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलने राज भवन जा रहे हैं।
पणजी में सोमवार को सुबह कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई।
विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि राज्यपाल ने पार्टी के विधायकों को मिलने का समय देने से इनकार कर दिया जिसके बाद विधायकों ने बिना बुलाए ही राज भवन जाने का फैसला किया है।
विपक्षी दल ने शुक्रवार को सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए राज्यपाल को पत्र लिखा था और रविवार को फिर से पत्र लिखा था।
कावलेकर ने कहा, ‘‘हम सदन में बहुमत वाली पार्टी हैं और फिर भी मुलाकात का समय लेने के लिए संघर्ष करना पड़ा। हम मांग करते हैं कि हमें पर्रिकर के निधन के बाद भाजपा सरकार के ना रहने की स्थिति में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाए।’’
कांग्रेस राज्य में अभी सबसे बड़ी पार्टी है। 40 सदस्यीय विधानसभा में उसके पास 14 विधायक हैं जबकि भाजपा के पास 12 विधायक हैं।
इस साल की शुरुआत में भाजपा विधायक फ्रांसिस डीसूजा के निधन और रविवार को पर्रिकर के निधन तथा पिछले साल दो कांग्रेस विधायक सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोप्ते के इस्तीफे के कारण विधानसभा में सदस्यों की संख्या 36 रह गई है।
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गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के पास तीन-तीन विधायक हैं जबकि राकांपा के पास एक विधायक है। तीन निर्दलीय विधायक भी हैं।
जीएफपी, एमजीपी और निर्दलीय विधायक पर्रिकर सरकार का हिस्सा थे।