राफेल मामलाः लोकसभा में राहुल ने पेश किया पीएम मोदी के खिलाफ ठोस सबूत, लेकिन नहीं दी गई..

नई दिल्ली। राफेल मामले पर कांग्रेस मोदी सरकार पर भारी पड़ती दिखाई दे रही है। इसका साफ़ नजारा बुधवार को लोकसभा में देखने को मिला।

यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक आडियो टेप चलाने के इजाजत मांगी। बता दें यह वहीं कथित टेप है, जिसे कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राफेल मामले में मोदी सरकार के खिलाफ एक पुख्ता प्रमाण बताया था।

इस टेप का जिक्र आते ही पूरे सदम में हो-हल्ला होने के साथ हंगामें का माहौल पनप गया, इस हंगामें के चलते सदन की स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही को 2:30 बजे तक स्थगित कर दिया।

बता दें जब राहुल ने इस टेप को चलाने की इजाजत माँगी। उसी वक्त भाजपा के पक्ष में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने यह कहकर इसका विरोध किया कि पहले टेप की सत्यता की जांच की जानी चाहिए, उसके बाद ही इसे सदन में चलने की इजाजत की बात करने चाहिए।

बता दें इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ऑडियो जारी करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीएम ने शर्त रखी थी कि अंबानी को ही ठेका मिले। इसकी फाइलें मनोहर परिकर के बेडरूम में हैं। राफेल पर फाइल सामने लाई जाए। सुरजेवाला ने कहा कि राफेल के रहस्य पर जवाब पीएम दें।

बता दें कांग्रेस ने राफेल सौदे को लेकर जो ऑडियो जारी किया है। दावा है, उसमें पूर्व रक्षामंत्री मनोहर परिकर कथित रूप से कह रहे हैं कि राफेल की सारी फाइलें उनके पास हैं।

कांग्रेस के अनुसार राफेल घोटाला मामले में गोवा की भाजपा सरकार के मंत्री ने चौंकाने वाला खुलासा किया और भ्रष्टाचार की परतें उजागर की। कुछ दिन पहले गोवा में कैबिनेट की बैठक में गंभीर रूप से बीमार मुख्यमंत्री परिकर शामिल हुए थे।

गोवा के मंत्री की बातचीत से साफ है कि गहमागहमी के बीच सीएम मनोहर परिकर ने कथित रूप से कहा है कि कोई उनका कुछ नहीं कर सकता और राफेल की सारी फाइलें उनके पास हैं।

उन्होंने कहा कि पीएम ने अपनी ‘मैं’ से 55 महीने में देश को नीतिगत तौर पर बर्बादी की कगार पर ला दिया है। अगर ऐसे ही करेंगे तो देश भी ‘हम’ की ओर बढ़ेगा। अब आपके 100 दिन बचे हैं और उलटी गिनती चालू है। जो आपने 55 महीने पहले वादे किए थे उनपर आप प्रकाश डालेंगे, इसकी लोग आशा कर रहे थे। कोई वादा पूरा नहीं किया।

मिट्टी खाने से सिर्फ नुकसान ही नहीं बल्की इतने फायदें कि सुनकर चौंक जाएंगे आप

सुरजेवाला ने कहा, “याद रहे जिस समय चौकीदार ने 10 अप्रैल, 2015 को पैरिस, फ्रांस में राफेल खरीद की एकतरफा घोषणा की थी, उस समय भी रक्षामंत्री, परिकर गोवा में मछली खरीद रहे थे। चौकीदार के प्रतिनिधिमंडल में रक्षामंत्री शामिल नहीं थे बल्कि उनके साथ गए थे अनिल अंबानी।”

उन्होंने तीन सवाल भी किए। उन्होंने कहा, मनोहर परिकर के पास राफेल की फाइलों के कौन से राज दफन हैं?, राफेल की फाइलों में वो कौन सा भ्रष्टाचार व गड़बड़झाला है, जिस पर चौकीदार पर्दा डाल रहे हैं? और क्या भ्रष्टाचार की इसी कहानी के चलते चौकीदार संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग से कन्नी काट रहे हैं।

LIVE TV