
Riport- Saurabh SHARMA
फिरोजाबाद- फ़िरोज़ाबाद अंधेरे में मोबाइल की टोर्च से चल रहा है मरीजो का इलाज,नही है कोई समुचित व्यवस्थाएं ,योगी सरकार भले ही स्वास्थ विभाग को बेहतर बनाने के प्रयास कर रहे है वही दूसरी और स्वास्थ विभाग के कर्मचारी और डॉक्टर उसमे पलीता लगाने का कार्य कर रहे है।
ऐसा ही एक मामला देर रात्रि का है जहाँ हाल में ही बने मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर में एक्सीडेंट में घायल व्यक्ति को भर्ती कराया गया तो आप साफ देख सकते है कि ट्रामा सेंटर में अंधेरा पड़ा हुआ था अब घायल इलाज कराए तो कराए कैसे ना तो ट्रामा सेंटर में बिजली की समुचित व्यवस्था थी और ना ही इन्वर्टर की इतना ही नही अस्पताल में लगा जनरेटर तक डॉक्टर चालू करवा सके।
अंधेरे में ही घायल का उपचार मोबाइल टोर्च में करने लगे ,वही अगर घायल के परिजन की माने तो उसका साफ कहना है कि मोबाइल की टोर्च में ही घायल के टांके भी लगा डाले, यानी यह तो साफ है कि अंधेरे में इलाज तो किया।
लेकिन मरीज की जान खतरे में डाल कर अब बड़ा सवाल है कि अस्पताल में जनरेटर था तो उसे क्यों चालू नही करवाया क्यों मरीज की जान को खतरे में डाल कर इलाज किया गया अब यह वीडियो सोशल मीडिया और तेजी से वायरल हो रहा है।
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वहीं पूरे मामले पर मेडिकल कालेज प्रसासन कुछ भी कहने से बच रहा है अब देखना यह ये क्या हार बार की तरह इस मामले ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा या फिर जिम्मेदार लापरवाह कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही की जाएगी।