
लखनऊ। लखनऊ मेट्रो का फर्स्ट लुक शुक्रवार को पहली बार सामने आ गया। इसे अखिलेश यादव ने अपने ऑफिशियल फेसबुक अकांउट से शेयर किया है। शेयर करने के एक घंटे के अंदर ही उस पोस्ट पर 25 हजार से ज्यादा लाइक्स, 2 हजार से ज्यादा शेयर और 500 से ज्यादा कमेंट्स हैं।
बता दें, ये ट्रेन 23 नवंबर को लखनऊ आ जाएगी। फिलहाल इसका काम चेन्नई के श्रीसिटी में किया जा रहा है, जिसे अल्स्टॉम कंपनी बना रही है।
सीएम अखिलेश यादव ने मेट्रो कोच की फोटो शेयर करने के साथ ही सीएम ने लिखा, ”जल्द ही लखनऊ मेट्रो ट्रेन सामने होगी।” उन्होंने कहा, “मैंने युवा मिनिस्टर्स और चीफ सेक्रेटरी राहुल भटनागर को मेट्रो की डिलिवरी से पहले उसके फाइनल इंस्पेक्शन के लिए भेजा है।’ मेट्रो का फर्स्ट लुक देखकर लोगों में खुशी का माहौल साफ देखने को मिला।
लखनऊ मेट्रो पहली ऐसी ट्रेन, जिसमें लगेगा डिस्क ब्रेकिंग सिस्टम
बता दें, इससे पहले लखनऊ मेट्रो सबसे तेज ट्रैक बनाने का रिकॉर्ड बना चुकी है। इसके अलावा लखनऊ मेट्रो पहली ऐसी ट्रेन होगी, जिसमें डिस्क ब्रेकिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इससे जैसे ही ब्रेक लगेगा, गाड़ी तुरंत खड़ी हो जाएगी। इतना ही नहीं, मेट्रो में टॉक बटन भी लगाया जाएगा, जिसे दबाकर पैसेंजर मेट्रो को कभी भी इमरजेंसी की स्थिति में रोक सकते हैं। इसके अलावा एक स्टेशन से ट्रेन चलने के बाद दूसरे स्टेशन पर पहुंचने में दो मिनट का टाइम लगेगा।
14 मिनट में ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग
एलएमआरसी के एमडी केशव कुमार के मुताबिक, ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक मेट्रो से पहुंचने में 14 मिनट लगेगा। एक स्टेशन से ट्रेन चलने के बाद दूसरे स्टेशन पर पहुंचने में दो मिनट लगेगा। मेट्रो एक स्टेशन पर सिर्फ 20 सेकेंड के लिए ही रुकेगी। ट्रेन की स्पीड 35 किमी प्रति घंटे की होगी। ट्रेन की एवरेज स्पीड 75 किमी प्रति घंटे फिक्स होगी। केशव ने बताया कि हल्की स्टेनलेस स्टील की प्लेट से ट्रेन बनेगी।
कोच का शेल रिकॉर्ड समय में तैयार
रोलिंग स्टाक के निदेशक महेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रेन में पैसेंजर्स को सूचना देने और स्टेशनों की जानकारी देने के लिए एलईडी के साथ ही एलसीडी डिस्प्ले बोर्ड भी लगाया जाएगा। ट्रेन में दिव्यांग के अलावा लगभग 224 सीटें उपलब्ध होंगी। कोच का निर्माण चेन्नई के श्रीसिटी में किया जा रहा है, जिसे अल्स्टॉम कंपनी बना रही है। पहले कोच का शेल बनकर तैयार हो गया है। अल्स्टॉम की टीम ने इस कोच का शेल रिकॉर्ड समय में तैयार किया है। शेल में शामिल फर्श, दीवार और छत के हिस्सों का निर्माण किया जा चुका है। अब शेल में फर्निशिंग का काम जैसे बिजली के तार और अन्य उपकरणों के साथ इंटीरियर पैनेलिंग का काम किया जाएगा।