
इलाहाबाद। मिस्ड कॉल ने एक महिला की जान ले ली। मामला शहर के करेली थाना क्षेत्र का है। यहां एक महिला की मोबाइल से युवक के मोबाइल में मिस्ड कॉल चली गई। युवक ने पलट कर महिला को कॉल किया और फिर दोनों के बीच दोस्ती हो गयी। लेकिन मिस्ड कॉल के जरिये हुई यह दोस्ती महिला की जान की दुश्मन बन गयी। महिला की लाश उसके घर में बरामद हुई। शक के दायरे में वही लड़का आया, जिसने मिस्ड कॉल से बहाने दोस्ती की थी।
मिस्ड कॉल से बना दोस्त गिरफ्तार
पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि नौशाद ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। नौशाद ने आरोप लगाया कि महिला उससे शादी करने और पैसे वसूलने का दबाव बना रही थी।
एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि शाहगंज के दोदीपुर निवासी महिला महताब गौस नगर में किराए पर रहती थी।
करीब तीन साल पहले उसने अपने मोबाइल से किसी को फोन लगाया तो वह कॉल करेली निवासी नौशाद के पास गई। मिस्ड कॉल से दोस्ती हुई और फिर प्यार में बदल गई। चूंकि महिला घर में अकेली रहती थी, लिहाजा नौशाद का आना-जाना शुरू हो गया।
संबंध प्रगाढ़ हुए तो महिला ने अपने दो बेटों को रिश्तेदार के घर भेज दिया। आशिक नौशाद उसका खर्च भी उठाने लगा।
उनके बीच शादी की बात हुई तो नौशाद खुद को दूर करने लगा। 22 साल का आशिक नहीं चाहता था कि वह 42 साल की महिला से निकाह करे। इसको लेकर उनके बीच मनमुटाव हुआ।
एसएसपी का कहना है कि महिला ने 16 अक्टूबर की रात नौशाद को अपने कमरे पर बुलाया। वहां पहुंचने पर महिला ने नौशाद से कहा कि यदि शादी की बात फाइनल नहीं करते हो तो तुम्हें फंसा दूंगी।
इस बात को लेकर उनके गाली-गलौज और झगड़ा होने लगा तो नौशाद ने महिला को धक्का दे दिया। दीवार से सिर टकराया तो खून बहने लगा। इससे नौशाद घबरा गया और फिर उसका सिर ही दीवार से टकरा-टकराकर मार डाला।
कुछ देर बाद वहां बैठने के बाद बाहर से कमरे में ताला लगाकर चला गया। दुर्गंध आने पर पुलिस को मकान मालिक मोहम्मद तारीक ने पुलिस को खबर दी थी।