
सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा दूसरे बच्चों से ज्यादा तेज हो। बच्चों के शारीरिक विकास पर तो काफी ध्यान रखा जाता है, लेकिन मानसिक विकास के लिए उनका कुछ खास ख्याल नहीं रखा जाता। बस उम्मीद लगा ली जाती है कि हमारा बच्चा सबसे तेज बने।
मानसिक विकास
माता-पिता को रोजमर्रा की भागती-दौड़ती जिंदगी से समय निकाल कर अपने बच्चे के शारीरिक विकास के साथ-साथ उसके मानसिक विकास पर भी ध्यान देना चाहिए। बच्चे के मानसिक विकास के लिए घर का माहौल भी बहुत मायने रखता है। आइए जाने कुछ टिप्स जो बच्चों के मानसिक विकास के लिए हैं।
दिमागी खेल में उनकी रुचि बढ़ाएं
बच्चों के साथ दिमागी खेल खेले और खेलने के लिए उनकी रुचि बढ़ाएं। उनसे पढ़ाई से संबंधित आसान-आसान सवाल करें और विज्ञान इत्यादी संबंधित चीजों के बारे में उन्हें बताते रहें। इन खेल की मदद से उनका दिमाग तो तेज होगा ही साथ उन्हें मजा भी आएगा। पजल क्यूब भी दिमागी खेल के लिए अच्छे होते हैं।
प्यार करेगा उनकी मदद
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक जो महिलाएं अपने नवजात को ज्यादा प्यार व दुलार देती हैं उनके बच्चों के दिमाग के हिप्पोकेंपस क्षेत्र में ज्यादा नर्व कोशिकाएं बनती हैं जिससे बच्चे का दिमाग तेज होता है। मां के लगाव से बच्चे का अच्छा मानसिक विकास होता है।
पौष्टिक आहार
बच्चों के दिमागी विकास के लिए उन्हें पौष्टिक आहार की बहुत जरूरत होती है। हरी सब्जियां, फल, दूध, मेवे, अंडे आदि उनके विकास में काफी मदद करते हैं। बच्चों को बाहर के खाने से और ऊल-जुलूल खाने से बचाएं। रोज सुबह भीगे हुए बादाम खिलाए, इससे उनकी याद्दाशत बढ़ती है।
पर्याप्त नींद
अमरीका में हुए एक अध्ययन के मुताबिक दोपहर में खाना खाने के बाद क़रीब एक घंटे की नींद लेने से बच्चों की याददाश्त बढ़ती है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाच्युसेट्स के शोधकर्ताओं के मुताबिक दिमाग को मजबूत बनाने और सीखने के लिए दोपहर की नींद बेहद अहम है।
मां का दूध है औषधि समान
डैनिश शोधकर्ताओं के मुताबिक स्तनपान करने वाले बच्चे ज्यादा स्वस्थ और बुद्धिमान होते हैं। मां का दूध बच्चे के दिमागी विकास के लिए बहुत जरूरी है। नवजात के लिए मां का दूध बहुत आवश्यक होता है। एक तरफ जहां स्तनपान से बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है, वहीं यह बच्चों के दिमागी विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होता है।
किताबों के शौकीन
आज कल बच्चों में पढ़ने की रुचि कम होती जा रही है। बच्चों में पढ़ने की रुचि बढ़ाएं। किताबें पढ़ना मानसिक विकास में बहुत लाभदायक होता है। उससे उन्हें अधिक जानकारी भी मिलती है। शब्दकोश बढ़ाने में भी काफी मदद मिलती है।