
इस्लामाबाद। उरी हमले के बाद हुई सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नाराज हैं। लेकिन पाकिस्तान का एक बड़ा नेता उनसे भी ज्यादा गुस्सैल है। उसने नवाज शरीफ को निशाने पर ले रखा था। अब वह भारत और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ आग उगल रहा है।
यह नेता पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान हैं। उन्होंने मंगलवार को भारत पर आरोप लगाया कि भारत उनकी पार्टी के ‘सुधार मार्च’ में बाधा बन रहा है। वह कहते हैं कि भारत अपना दबाव जबरदस्ती प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर डालकर बार्डर (लाइन ऑफ कन्ट्रोल) पर अजीब परिस्थितियां बनाकर सुरक्षा दीवार बनाना चाहता है।
इमरान का यह ‘सुधार मार्च’ नवाज शरीफ के खिलाफ है। पनामा पेपर लीक मामले में नवाज का नाम आने के बाद से इमरान खान उनके खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं।
अपने ‘बानी गला’ स्थित घर पर पत्रकारों से बात करने के दौरान इमरान ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई आरोप लगाए, जिनमें उन्होंने अपनी हर बात में भारत को नीचा दिखाना चाहा और बताना चाहा कि वो कुछ गलत नहीं कर रहे, बल्कि भारत उनके साथ गलत कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नाकाबिल हैं। अब देश चलाना उनके बस का काम नहीं रह गया है। पहले देश के आंतरिक मसले सुलझाएं फिर दुनिया की सैर करें।
इमरान के आरोप :-
भारत जानता है कि पाक एक परमाणु सक्षम देश है और वह उसे आसानी से नहीं हरा सकता। यही वजह है कि वो पाकिस्तान कि छवि बिगाड़ कर उसे एक नए सिद्धांत से नीचा दिखाकर अपना उल्लू सीधा कर रहा है।
अजीब बात है कि पाक जब भी कुछ अपनी बेहतरी के लिए करना चाहता है, तो पाकिस्तान में कुछ बहुत बुरा हो जाता है। यह बात उन्होंने भारत में हुए उरी टेररिस्ट अटैक और उसके बदले में हुए सर्जिकल स्ट्राइक की ओर इशारा करते हुए कही।
इमरान खान के अनुसार भारत पाक में अस्थिरता का माहौल बनाना चाहता है। आंतक की बात बार-बार कर के वो इसे एक सिद्धांत की तरह अपना हथियार बना रहा है। पाक को भारत़़ एक भ्रष्टाचार फैलाने वाला देश घोषित करना चाहता है।
इससे पहले इमरान खान ने दावा किया था कि भारत़़ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मदद करता है। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि जब भी गर्वमेंट पर प्रेशर बनता है तो बार्डर पर तनाव बढ़ जाता है।
जब इमरान से पूछा गया कि सभी का कहना है आतंकी हमले के पीछे पाक सरकार का हाथ है तो वो कहते हैं कि इतिहास गवाह है, पाकिस्तान का माहौल बिगाड़ने के भारत जिम्मेदार है। आप क्वेटा में हुए हमलों को इससे जोड़कर देख सकते हैं।
इमरान खान के अनुसार बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री का कहना है भारत ही आतंक के पीछे है। लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ कुछ बोलना नहीं चाहते। यही वजह है कि उन्होंने यूनाइटेड नेशन्स के दौरे पर भारत द्वारा बलूचिस्तान और कराची में किए जा रहे हस्तक्षेप पर एक शब्द नहीं बोला।
पीटीआई के प्रमुख ने आरोप लगाते हुए भारतीय खुफिया एजेंसी ‘रॉ’ और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के प्रमुख अल्ताफ हुसैन के बीच लिंक बनाए गए थे। जिसपर भी पाक सरकार चुप है और शरीफ भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भाषा बोल रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी हर वो कोशिश करने में लगे हैं कि पाक को एक आतंकी राष्ट्र घोषित कर दिया जाए। लेकिन बस चीन ही है जो भारत के इन मंसूबों को कामयाब नहीं होने दे रहा है नहीं तो पाक कब का आतंकी देश बन गया होता।
इमरान ने पाक की हर कमजोरी का ठीकरा नवाज शरीफ पर फोड़ते हुए कहा कि वो पूरी तरह से देश को सुरक्षित रखने और आगे ले जाने में समर्थ नहीं हैं। उन्हें सबसे पहले कुछ ठोस कदम उठाने होंगे। इमरान के अनुसार पाक को अब विश्व स्तर पर अपनी साख स्थापित करने से पहले आतंरिक मसलों को सुलझाना होगा और भ्रष्टाचार को खत्म करना होगा।