
दिल्ली। उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री आजम खांं मुश्किल में फंस गए हैं। बुलंदशहर गैंगरेप मामले में सुप्रीम कोर्ट उनकी टिप्पणी से नाराज था। इस मामले में अब उनसे जवाब मांग लिया गया है। आजम को जवाब देने के लिए 17 नवंबर तक का वक्त दिया गया है।
Bulandshahr gang-rape case: Supreme court tells Azam Khan to file a reply by Nov 17.
— ANI (@ANI_news) 8 November 2016
दरअसल, आजम खान ने बुलंदशहर हाइवे गैंगरेप पीड़ितों के खिलाफ ‘आपत्तिजनक’ बयान दिया था। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस घटना को राजनीतिक साजिश करार दिया था।
बीते साल 12 अगस्त को पीड़ित नाबालिग लड़की के पिता ने आजम खान के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी।
पीड़िता ने भी मांग की थी कि आजम खान के खिलाफ कार्रवाई हो। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में आजम खान से चार सवालों के जवाब भी मांगा था।
बुलंदशहर गैंगरेप पर आजम से 4 सवाल
1-क्या कोई शख्स जो सार्वजनिक पद पर बैठा हो ऐसे घृणित अपराध पर टिप्पणी कर सकता है जबकि व्यक्तिगत रूप से उसका मामले से संबंध ना हो?
2-क्या सरकार को लोगों को ऐसी टिप्पणी करने देना चाहिए?
3-क्या इस तरह की टिप्पणियां आजादी की अभिव्यक्ति के अंतर्गत आती हैं?
4-क्या इस तरह की टिप्पणियां संवैधानिक संवेदना को परास्त नहीं करती है?
घटना 29 जुलाई को तब हुई थी, जब पीड़ित परिवार नोएडा से एक अंत्येष्टि में शामिल होने शाहजहांपुर जा रहा था। इसी दौरान हाईवे पर परिवार के साथ दरिंदगी की गई। आजम के बयान के बाद यह मामला सोशल मीडिया में भी काफी उछला था। बाद में आजम ने इसके लिए अपनी सफाई भी दी थी।