बलिया व् बनारस में 1 मई को आयेगे प्रधानमंत्री मोदी
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सामने घाट पर ज्ञान-प्रवाह में न सिर्फ कुछ वक्त बिताएंगे, बल्कि वहां पुनर्जीवित की जा रही परंपराओं को भी निहारेंगे। संस्था की परंपरा के मुताबिक मोदी वहां गंगा कलश पूजन भी करेंगे।
संस्कार व अनुष्ठान केंद्र के बटुक वेद मंत्रों से उनका अभिनंदन करेंगे। प्रधानमंत्री का वहां जाना सांस्कृतिक विरासत को नवजीवन देगा। इसे लेकर संस्था के लोग खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। तैयारियों को अंतिम रूप देने में जी जान से जुटे हैं। संस्था सांस्कृतिक व आध्यात्मिक उत्थान के लिए लंबे समय से कार्यरत है। खासकर काशी के लुप्त होते हुनर को बढ़ाने, परंपराओं को पुनर्जीवन देने के लिए लोगों की चेतना को पुष्ट किया जा रहा है। यहां धातुकला, काष्ठकला, मिïट्टी की कला को सहेजने के लिए प्रयासों की थाती दृष्टिगोचर होती है। काशी के कुछ कारीगर संस्था परिसर में ही अपनी परंपराओं को सहेज रहे हैं।
संस्था के सहायक निदेशक डा. नीरज पांडेय ने बताया कि प्रबंध न्यासी विमला पोद्दार व निदेशिका प्रो. कमल गिरि के निर्देशन में तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री इसी काशी के सांसद भी हैं, उनका यहां आना हमारे लिए गौरव की बात है। कोशिश है कि प्रधानमंत्री को काशी की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक विरासत से अवगत कराया जाए।
जयापुर के प्रधान को बलिया से बुलावा
एक मई को बलिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहले चरण के सांसद आदर्श ग्र्राम जयापुर के ग्र्राम प्रधान नारायण पटेल को बुलावा आया है। भाजपा बलिया इकाई व एसपीजी के अधिकारियों ने पटेल को कल यह सूचना दी। निमंत्रण मिलने से ग्राम प्रधान उत्साहित हैं। उधर, वाराणसी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने तैयारी कर रखी है। कार्यक्रम के तहत पीएम को जयापुर नहीं जाना है, फिर भी वहां उनके स्वागत में ग्रामीण पलकें बिछाए हुए हैं।