
मानस मिश्रा,
लखनऊ, अगर आप भी 12वीं के बाद फार्मेसी का डिप्लोमा करना चाहते है और दूसरों की तरह सीटों को लेकर परेशान है तो बेशक ये खबर सिर्फ आपके लिये ही है । आपको जानकर खुशी होगी कि फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से 5876 सीटों की वृद्धि का फैसला किया गया है । संयुक्त परीक्षा परिषद की ओर से परीक्षा का आयोजन किया जाता है जिसके आधार पर फार्मेसी डिप्लोमा के लिये प्रवेश होता है । कोरोना संक्रमण के चलते परीक्षा में आवेदन के मुकाबले सिर्फ 54 फीसद परीक्षार्थीयों ने हिस्सा लिया था । अच्छी बात तो यह है कि जो लोग किसी कारण वश परीक्षा देने से वंचित रह गए थे उन्हें भी एक मौका दिया जाएगा ।

यदि परिषद की ओर से जारी किये गये आकड़ो की बात करें तो फार्मेसी ग्रुप में कुल 66,306 अभ्यार्थीयों ने आवेदन किया था जिसमें सिर्फ 42,881 परीक्षा में शामिल हुए जबकी सूबे की फार्मेसी संस्थानों में कुल 58,758 सीटों के लिए सिर्फ 37,892 अभ्यार्थी ही योग्य पाए गये । जिन्हें सीधे प्रवेश लेना है वे इस 10 फीसदी सीटों की बढ़ोतरी का फायदा उठा सकतें हैं ।
सूत्रों की माने तो हर साल सीटों के मुकाबले लगभग तीन से चार गुना अभ्यार्थी काउंसलिंग में हिस्सा लेते थे । इस वर्ष 28 सितंबर को परीक्षा के परीणाम आने के पश्चात ही काउंसलिंग का कार्य शुरू हो गया है । हर साल हजारों छात्र सिर्फ सीट कम होने की वजह के कारण प्रवेश से वंचित रह जाते थे । सीटें बढ़ जाने से कई निजी संस्थानों को फायदा होगा । डोनेशन लेकर प्रवेश लेने वाली संस्थाएं भी सीधे प्रवेश लेने की अनुमति का इंतजार कर रही हैं ।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद सचिव श्री एस.के वैश्य ने बताया कि इस वर्ष पहले से बहुत कम अभ्यार्थयों ने ही परीक्षा दी है ।