पृथ्वी के सबसे नज़दीक और सबसे ज्यादा चमकने वाले तारा को ‘सीरियस-बी’ कहते है, जाने इससे जुड़े रोचक बातें
सीरियस दो तारों का एक समूह है जो कि पृथ्वी से 8.6 प्रकाश वर्ष दूर है। दो तारो में से बड़े तारे को सीरियस-ए और दूसरे को सीरियस-बी कहा जाता है। दोनों तारो में से सीरियस-ए का महत्व ज्यादा है क्योंकि यह पृथ्वी के आसमान में सबसे ज्यादा चमकने वाला तारा है। वैसे रात को आसमान में हमें शुक्र ग्रह सबसे ज्यादा चमकीला दिखाई देता है, लेकिन वो एक तारा नहीं है, बल्कि एक ग्रह है। हमारे सूर्य के बाद सीरियस-ए ही वो तारा है जो हमें सबसे ज्यादा चमकीला दिखाई देता है।
सीरियस-ए तारा इतना चमकीला है कि पृथ्वी के कुछ स्थानों से इसे दिन में भी देखा जा सकता है।
सीरियस-ए तारे का अर्धव्यास हमारे सूर्य के अर्धव्यास से 71% ज्यादा है और वजन में लगभग दोगुना है। सीरियस-बी तारा एक सफेद बौना है, यानि कि यह वो तारा है जिसका सारा ईंधन समाप्त हो चुका है। सीरियस-बी तारा पृथ्वी से थोड़ा छोटा है। इसका अर्धव्यास लगभग 5,900 किलोमीटर है जबकि हमारी पृथ्वी का 6,371 किलोमीटर। भले ही सीरियस-बी तारा आकार में हमारी पृथ्वी से थोड़ा छोटा है, लेकिन इसका वजन हमारे सूर्य के वजन के बराबर है। सीरियस स्टॉर-बी का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से 3,50,000 गुना ज्यादा है।
यानि कि पृथ्वी पर अगर किसी चीज का वजन 3 ग्राम है, सीरियस-बी पर उसका वजन 1,000 किलोग्राम होगा। पृथ्वी का सबसे नजदीकी सफेद बौना तारा सीरियस-बी ही है। सीरियस-बी अपने बड़े साथी के ईर्द-गिर्द चारों और अण्डाकार कक्षा में एक चक्कर लगाता है। सीरियस-ए तारे की सतह का तापमान लगभग 10,000 डिग्री है और बी की सतह का तापमान 25,000 डिग्री है। यानि कि बड़े तारे की सतह का तापमान हमारे सूर्य की सतह से लगभग दोगुना और छोटे का लगभग पांच गुना है। सीरियस स्टॉर को डॉग स्टॉर के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दी में इसे व्याध तारा कहा जाता है।