मुरादाबाद। डॉ. भीमराव अम्बेडकर पुलिस अकादमी से आज डीएसपी प्रशिक्षुओं का बैच ट्रेनिंग लेकर अपनी ड्यूटी पर तैनात होने के लिए सक्षम हो जायेगा। बैच के सभी कैडर ने ट्रेनिंग की आखिरी परेड की और अपनी कामयाबी का जश्न मनाया। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में बनी बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर अकादमी से आज इस बैच के सभी ट्रेनी डीएसपी अपना पद ग्रहण करने और समाज की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गये हैं।
ट्रेनिंग की आखिरी परेड कर सभी ने अपनी कामयाबी का जश्न मनाया। पासिंग आउट परेड के दौरान सभी कैडर में रोमांच और जोश दिखा। इस अकादमी को पहले पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के नाम से जाना जाता था। बाद में इसका नाम बदल कर डॉ भीमराव अम्बेडकर पुलिस अकादमी कर दिया गया। आकादमी का नाम 6 अप्रैल 1997 को उस समय बदल दिया गया जब, बाबा साहेब को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
अकादमी की ट्रेनिंग का उद्देश्य यह है कि पुलिस में भर्ती होने वाला हर कैडेट सभी जरूरी कला, ज्ञान और न्याय के प्रति समर्पण का भाव अपने अंदर लाये। यह हर एक प्रहरी को समान आधार पर तैयार करता है। ट्रेनिंग के दौरान हर एक कैडेट को एक अधिकारी की तरह पेश होने और किस परिस्थिति में कैसा फैसला लेना है इसके बारे में सिखाया जाता है। भारतीय पुलिस सेवा के परिवीक्षाधीन सभी होने वाले अधिकारियों को यूपी कैडर के राज्य अभिविन्यास के तहत चार सप्ताह की ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है। इसके साथ ही सभी कैडर को हर उस ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है जो उनको आने वाले समय के लिए परिपक्व बनाती है। उसके बाद एक कैडर अधिकारी बनकर देश की सेवा करता है। पुलिस अकादमी से बनकर निकले ये अधिकारी देश की रक्षा करने को तत्पर होंगे। सभी के चेहरे पर ख़ुशी देखने लायक थी।
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