पारस इंटरव्यू: पासवान परिवार से उठा पर्दा, स्वाति के बाद हुई ‘बाहरी’ की एंट्री

पासवान परिवार में दिन पर दिन झगड़ा बढ़ता जा रहा है। लेकिन जैसे-जैसे यह मामला गंभीर होता जा रहा है वैसे-वैसे पासवान परिवार से आंतरिक राज खुलते हुए नजर आ रहे हैं। इस बीच बीते मंगलवार को चिराग पासवान ने एक पत्र जारी किया। जिसमें उनके द्वारा एक स्वाति नाम की लड़की का जिक्र किया गया था। अब चिराग के चाचा पशुपति पारस का एक खास इंटरव्यू सामने आया है। जिसमें उन्होंने पासवान परिवार के कई राज से पर्दा उठाया।

पशुपति पारस ने अपने इंटरव्यू के दौरान बताया कि अपने भतीजे चिराग पासवान को पार्टी से बेदखल क्यों किया? जब उनसे पूछा गया कि किस वजह से पार्टी में रातोंरात तख्तापलट हुआ और आपको चिराग से इसकी बागडोर लेने की जरूरत क्यों पड़ी? इसके जवाब में उन्होंने कहा रातों-रात कुछ नहीं होता। दरअसल पिछले आठ महीने से विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग के फैसलों के खिलाफ पार्टी में चिंगारी सुलग रही थी। लोजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुझ पर बागडोर संभालने का दबाव बनाया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होगा तो पार्टी नहीं बचेगी। चिराग के गलत फैसलों की वजह से लोजपा बिहार में चौथे से नीचे आठवें स्थान पर आ गई। हमारे इकलौते विधायक और एमएलसी भी सत्ताधारी दलों में चले गए।

इसी के साथ जब पारस से पूछा गया चिराग के साथ क्या गलत था? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जब मेरे बड़े भाई रामविलास जी ने लोजपा को चिराग को सौंपा था, तो उन्होंने एक बाहरी व्यक्ति को पार्टी के साथ-साथ परिवार को भी नियंत्रित करने की अनुमति दी। रामविलास बीमार थे और उन्होंने भी दखल नहीं दिया। हम 2014 से एनडीए में थे और बिहार में लगातार दो लोकसभा चुनाव जीते। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता एनडीए के पार्टनर के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन चिराग ने एक एनडीए सहयोगी (बीजेपी) का समर्थन करने और दूसरे (जेडीयू) का विरोध करने का फैसला किया।

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