इस्लामाबाद| पाकिस्तान में विपक्षी दलों के सदस्यों ने नवाज शरीफ सरकार पर पठानकोट आतंकी हमले से जुड़ी सूचनाएं छुपाकर सीनेट को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
एक्सप्रेस न्यूज की शनिवार को प्रकाशित खबर के अनुसार, यह आरोप शुक्रवार को तब लगा जब पीपीपी के सीनेटर फरहतुल्ला बाबर ने सरकार पर आतंकियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। इस दावे का सदन के नेता रजा जफारुल हक ने सख्ती के साथ खंडन किया।
बाबर ने सवाल किया, “पहले जैसा किया गया उस तरह से पठानकोट हमले में कथित रूप से पाकिस्तानी नागरिकों के शामिल होने की जांच का ब्योरा सरकार ने सदन के साथ साझा क्यों नहीं किया?”
उन्होंने पूछा, “क्या भारत सरकार ने कोई सबूत या सूचना पाकिस्तान सरकार को मुहैया कराई थी ? और उस बारे में सरकार क्या कर रही है?”
इस सवाल का जवाब तो नहीं मिला लेकिन इससे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को यह घोषणा करनी पड़ी कि जांच के जो निष्कर्ष निकलेंगे उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा।
आतंकियों ने गत दो जनवरी को पठानकोट स्थित भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हमला किया था। माना जाता है कि हमला करने वाले सभी पाकिस्तानी थे। सभी आतंकी मारे गए थे। भारतीय सुरक्षा बलों के सात जवान शहीद हो गए थे। भारत ने पाकिस्तानी जांचकर्ताओं को वायुसेना के अड्डे का दौरा करने की इजाजत दी थी।