नए पुल पर चक्काजाम से हर कोई परेशाननए पुल पर चक्काजाम से हर कोई परेशान
एजेन्सी/एक्साइज ड्यूटी के विरोध में सराफा व्यापारियों की ओर से सोमवार को नए यमुना पुल पर किया गया चक्काजाम आम राहगीरों को बेहद भारी पड़ा। चक्काजाम की वजह से पुल पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। सड़कों पर चक्काजाम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के सख्त आदेश के बावजूद सराफा व्यापारियों ने पुल पर करीब दो घंटे तक आवागमन बाधित रखा। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट के आश्वासन पर चक्काजाम खत्म हुआ। अब 29 मार्च को व्यापारी डीएम को ज्ञापन सौंपेंगे।
सराफा व्यापारियों ने चक्काजाम की घोषणा पहले से ही कर दी थी लेकिन जिला और पुलिस प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। तय कार्यक्रम के तहत प्रयाग सराफा मंडल के तत्वावधान में बड़ी संख्या में सराफा व्यापारी गुणमंडी में एकत्र हुए। यहां से विष्णु अग्रवाल के नेतृत्व में वाहन जुलूस निकाला गया। इसके बाद 11 बजे व्यापारी सीधे नए यमुना पुल पर पहुंचे और चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की घोषणा पहले से होने के बावजूद प्रशासन के गैरजिम्मेदारा रवैये का खामियाजा पुल से गुजरने वालों को भुगतना पड़ा। वाराणसी से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र आदि की ओर से जाने वाले वाहन तथा शहर से नैनी की ओर जाने-आने वाले लोग इस पुल का इस्तेमाल करते हैं।
बेहद व्यस्त रहने वाले इस पुल पर चक्काजाम के कारण कुछ देर में ही वाहनों की लंबी कतार लग गई।
सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के सख्त आदेश के बावजूद चक्काजाम होने से जिला एवं पुलिस प्रशासन के अफसर भी सवालों के घेरे में आ गए हैं। जाम में करीब दो घंटे तक लोग फंसे रहे और सराफा व्यापारी एक्साइज ड्यूटी हटाने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे, जबकि प्रशासन ने पहले से चेता होता तो चक्काजाम की नौबत ही न आती। करीब एक बजे सिटी मजिस्ट्रेट की ओर से 29 मार्च को डीएम को ज्ञापन देने का आश्वासन मिलने के बाद चक्काजाम खत्म हुआ। चक्काजाम में अध्यक्ष कुलदीप सोनी, महामंत्री संजय वर्मा, प्रशांत अग्रवाल, विनय मिश्रा, रवींद्र शर्मा, शिवेंद्र सिंह, मोहम्मद आशिफ, राजू अग्रवाल, राकेश चड्ढा, प्रतीक चड्ढा, राहुल महेंद्रा, राजू सिंह, अनुज चड्ढा, जितेंद्र केसरवानी, हेमंत सोनी, विशाल वर्मा, लाली सरदार, युवराज केसरवानी, श्रीराम अग्रवाल आदि शामिल थे।