
हर बार की तरह इस बार भी आयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी जोरों से चल रही है। लेकिन इस बार की तैयारी पहले से अलग व भव्य की जाएगी। जैसा कि आप सभी जानते होंगे कि अयोध्या विवाद के बाद यह पहली दीवाली होगी जिसके कारण इस बार की दीवाली को योगी सरकार ने एतिहासिक बनाने की कोशिश में लगी हुई है। जानकारी के मुताबिक इस बार मंदिर परिसर में गोबर से बने कुल 11 हजार दीपकों को प्रज्जवलित किया जाएगा वहीं मुख्यमंत्री द्वारा प्रभु श्री राम की आरती की जाएगी।

इस दीवाली को एतिहासिक व भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है। बताया जा रहा है कि अयोध्या के लिए आयी रोड पर एक भव्य गेट बनाया जाएगा साथ ही उसे पुष्पों व लाइटों से सजाया जाएगा। बता दें कि राम कथा पार्क, दीपोत्सव स्थल और राम की पैड़ी मुख्य आयोजन का केन्द्र होगा। जिला प्रशासन का कहना है कि दीपोत्सव की लगभग 70 प्रतिशत तैयारी पूर्ण हो चुकी है और अब केवल कुछ ही दिनों का कार्य शेष रह गया है। वहीं हर बार निकलने वाली झांकी का भी बंदोबस्त किया जा चुका है।

इसमें कोई दो राय नही है कि इस बार का आयोजन पहले से कई गुना अच्छा होगा क्योंकि यह विवाद के खत्म होने के बाद की पहली दीवाली है। लेकिन अफसोस इस भव्य आयोजन को देखने के लिए आप वहां उपस्थित नही हो सकते। इस साल कोरोना महामारी के चलते सरकार कोरोना के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए दीपोत्सव मनाएगी। सरकार नही चाहती कि लोग वहां इखट्टा हों और संक्रमण फैलने की संभावना हो। जिसके लिए सरकार ने पास जारी कर दिये हैं। बताया जा रहा है कि इस बार के दीपोत्सव में केवल पास धारक ही शामिल हो सकते हैं।

इसके साथ ही एक अच्छी खबर यह है कि आप इस दीपोत्सव के भव्य आयोजन को अपने घर से ही देख सकते हैं। योगी सरकार ने भक्तों को ध्यान में रखते हुए इस आयोजन के सीधे प्रसारण का इंतजाम कर दिया है। साथ ही वहां के नगर वासियों के लिए जगह-जगह पर एलईडी लगवाने की योजना बन रही है ताकि वहां के लोकल लोग इसे देख पाएं। जानकारी के अनुसार इस बार आकर्षण को बढ़ाने के लिए कई रचनात्मक कार्य किये जाएंगे जैसे कि इस बार राम जन्मभूमि मॉडल का चित्र बना उसे दीपों से सजाया जाएगा।
