
नई दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि दाल संकट 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का एक मानवजनित घोटाला है। इसके एक दिन पूर्व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं की मूल्य वृद्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया था।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, “मोदी सरकार (अप्रैल 2015 से जुलाई 2016) के 15 महीनों के दौरान देश की जनता ने अकेले दालों के लिए 150 प्रतिशत से 200 प्रतिशत अतिरिक्त भुगतान किया है। इस अवधि के दौरान यह कुल मिलाकर 2.5 लाख करोड़ रुपये बैठता है।”
सुरजेवाला ने कहा, “यह लूट तब स्पष्ट हो जाती है, जब दालों का एमएसपी/आयात मूल्य -पांच रुपये प्रति किलोग्राम प्रसंस्करण शुल्क और 10 रुपये प्रति किलोग्राम परिवहन शुल्क और पांच रुपये प्रति किलोग्राम मुनाफा जोड़ने के बाद भी- की तुलना आम उपभोक्ताओं को की जा रही वास्तविक बिक्री दर से की जाती है।”
सुरजेवाला ने कहा कि दालों की कीमतें अप्रैल 2015 से आजतक 130 रुपये से 200 रुपये प्रति किलोग्राम बनी हुई हैं।
उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि दालों की औसत कीमतें पिछले 15 महीनों से 150 रुपये प्रति किलोग्राम बनी हुई हैं।”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “इसलिए प्रति किलोग्राम पर 85/90 रुपये का मुनाफा काफी अधिक है। इसे दालों की वार्षिक खपत 2.30 करोड़ टन से गुणा कर दिया जाए तो अप्रैल 2015 से जुलाई 2016 के बीच 15 महीनों की यह राशि 2,50,000 करोड़ रुपये बैठती है।”
सुरजेवाला ने सवाल किया कि जनता ने निजी कारोबारियों, जमाखोरों को किस तरह 150 प्रतिशत से 200 प्रतिशत मुनाफे का भुगतान किया, जिन्होंने 50-60 रुपये प्रति किलोग्राम लागत वाली दाल को 150-200 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा है।
उन्होंने कहा, “वर्ष 2013-14 में आयातित दालों की औसत कीमत 34.73 प्रति किलोग्राम, 2014-15 में 37.32 प्रति किलोग्राम और 2015-16 में 41.80 प्रति किलोग्राम थी।”