
मशहूर डांसर सपना चौधरी ने आख़िरकार इस राज पर से पर्दा उठा ही दिया, कि वो कांग्रेस में जाएंगी या भाजपा में. आम चुनाव से पहले ही सपना के पॉलिटिकल करियर के बारे में अटकलें लगनी शुरू हो चुकी थीं. कुछ जानकर कह रहे थे कि सपना कांग्रेस में जाएंगी. तो कुछ तुर्रम खां टाइप लोग दावा कर रहे थे कि भाजपा के आलावा और कहीं नहीं जा सकतीं.
बतादें की चुनाव से ठीक पहले सपना चौधरी के कांग्रेस में शामिल हो जाने की तगड़ी कहानी फैली हैं. लोग सदस्यता फॉर्म वगैरह लेकर सामने आए कि कांग्रेस का सपना पूरा हुआ, सपना आ गईं कांग्रेस में.
देखा जाए तो कांग्रेस का सपना रह गया सपना ही. दर-असल इसे कांग्रेस का नहीं बल्कि हरियाणा कांग्रेस का सपना कहना चाहिए. हरियाणा में चुनाव बस होने ही वाले हैं. ऐसे में सपना चौधरी का किसी भी पार्टी के साथ जाना बड़ा सियासी खेल होता. जो भी पार्टी सपना को लपक लेती उसे हरियाणा चुनाव में फ़ायदा होता.
जहां हरियाणा में है अभी सरकार भाजपा की. 19 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हरियाणा में एक सीट पर उपचुनाव हुआ था. कांग्रेस ने बड़ी उम्मीद से तब सपना चौधरी को पार्टी में लाने की कोशिश की थी, लेकिन बात बनी नहीं. जींद उपचुनाव भी कांग्रेस हार गई थी.
दरअसल सपना चौधरी ने भाजपा जॉइन कर ली है. सपना ने 7 जुलाई को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में भाजपा एक विशाल सदस्यता अभियान के दौरान भाजपा की सदस्यता ली. दिल्ली बीजेपी के सदस्यता अभियान के कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी महासचिव रामलाल और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी भी मौजूद रहे.
अब जब सपना चौधरी भाजपा में शामिल हो ही गईं हैं तो हरियाणा चुनाव और इंट्रेस्टिंग होगा. अब देखना ये है कि क्या सपना चौधरी को भाजपा चुनावी मैदान में भी उतारेगी. या सिर्फ़ स्टार प्रचारक के तौर पर ही काम करेंगी सपना चौधरी. हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि हरियाणा के आगामी विधानसभा चुनाव में सपना चौधरी बीजेपी की उम्मीदवार हो सकती हैं.